पूर्णिया: पूर्णिया के रुपौली विधानसभा का उपचुनाव आज लगभग शांतिपूर्ण संपन्न हो गया।यहां कुल मतदान 52.2/4 प्रतिशत हुई। सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 13 जुलाई को मतगणना के बाद होगा। इस चुनाव में लोकसभा चुनाव से ज्यादा राजनीतिक हलचल रही। एनडीए गठबंधन के कलाधर मंडल इंडिया गठबंधन की बीमा भारती तथा निर्दलीय शंकर सिंह के बीच कांटे की टक्कर रही। इस चुनाव में चुनाव आयोग के पर्यवेक्षक के अलावा सरकारी तंत्र लगातार हर गली चौराहे पर ड्यूटी करते नजर आए। हालांकि दो-तीन जगह पर पुलिस और पब्लिक में भिड़ंत हुई। कुछ पुलिस वालों को हटाया गया उसके बाद जाकर मामला शांत हुआ। पूर्णिया जिला अधिकारी सह निर्वाचन अधिकारी कुंदन कुमार एवं एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा एवं चुनाव पर्यवेक्षक लगातार गश्ती करते रहे। चुनाव पर्यवेक्षक का लगातार इस क्षेत्र में घूमना लोगों को काफी रास आया। जहां कहीं भी कोई मामला होता था चुनाव पर्यवेक्षक तुरंत वहां पहुंच जाते थे और मामले को देखकर त्वरित कार्रवाई करते थे। इस क्रिया पर आम जनता में खुशी देखी गई। इस चुनाव में सभी के अपने-अपने आकलन है। ऐसे कुल 11 उम्मीदवार इस चुनाव में थे परंतु तीन उम्मीदवारों में ही कांटे की टक्कर थी।
सभी प्रत्याशियों के समर्थक अपने-अपने जीत का दावा कर रहे हैं। इस चुनाव में पूर्णिया लोकसभा से चुने गए सांसद पप्पू यादव ने बीमा भारती का समर्थन किया था। इस चुनाव में जातीय समीकरण के अलावा प्रत्याशियों द्वारा सामाजिक स्तर पर किए गए कामों पर भी मतदाताओं ने फोकस किया। सामाजिक कार्यों में शंकर सिंह आगे निकलते दिखाई दिए तो राजनीतिक रूप से मजबूती के तौर पर एनडीए गठबंधन के कलाधर मंडल मजबूत दिखाई पड़े। जातीय समीकरण में बीमा भारती को ताकत मिली परंतु कलाधर मंडल के खड़ा होने से बीमा भारती के वोट बैंक में सेंध लगने की आशंका बनी हुई है। इसका फायदा शंकर सिंह जो निर्दलीय प्रत्याशी है उनको मिलने की संभावना है। कुल मिलाकर 13 जुलाई का इंतजार करना होगा। उस दिन ही पता चल पाएगा की जनता ने किस पर भरोसा जताया है।