कटिहार: Katihar News फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम सोमवार से शुरू किया गया। इसके तहत जिले के सभी प्रखंडों के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों द्वारा वृहत पैमाने पर फाइलेरिया रोधी दवा सेवन करते हुए फाइलेरिया ग्रसित होने से अपने और अपने परिवार को सुरक्षित किया गया। सदर अस्पताल में सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह द्वारा स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा दवा खाते हुए अन्य उपस्थित लोगों को डीईसी व एल्बेंडाजोल की दवा खिलाकर की गई। इस दौरान एसीएमओ सह जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ जे पी सिंह, भीबीडीसीओ एन के मिश्रा, एनसीडीओ डॉ आर सुमन, डीपीएम डॉ किशलय कुमार, डीसीएम अश्विनी मिश्रा, डीएम&ई अखिलेश कुमार, अस्पताल प्रबंधक चंदन कुमार के साथ पिरामल स्वास्थ्य के एसपीएम अमित शर्मा, जिला लीड आजाद सोहैल, प्रोग्राम लीड रणविजय कुमार, प्रोग्राम अधिकारी अभिमन्यु कुमार, यशवंत कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
- दवा सेवन के बाद साइड इफेक्ट्स की संभावना, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं: सिविल सर्जन
एमडीए अभियान के शुभारंभ के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा फाइलेरिया से सुरक्षा की दवा का सेवन कर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि लोगों को फाइलेरिया बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को घर घर पहुँचकर फाइलेरिया रोधी दवा डीईसी व एल्बेंडाजोल का सेवन करवाने की शुरुआत की गई है। जिले के सभी लोगों को फाइलेरिया बीमारी से सुरक्षित रहने के लिए दवा का सेवन करना सुनिश्चित करना है। लोगों को फाइलेरिया संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए जिले के सभी प्रखंडों में एमडीए अभियान शुरु किया गया है। इसमें स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा 02 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को घर-घर पहुँचकर फाइलेरिया सुरक्षा का दवाई खिलाया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान 02 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से ग्रसित मरीजों को फाइलेरिया सुरक्षा की दवा नहीं खिलाई जाएगी। सभी लाभार्थियों को उम्र के हिसाब से डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली खिलाने के लिए आशा दीदी, आंगनबाड़ी सेविका सहित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा डोर टू डोर भ्रमण कर सामने ही दवा खिलाई जाएगी। इस दौरान लाभार्थियों को खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है। दवा खाने से किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी। दवा सेवन के बाद साइड इफेक्ट्स हो सकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि अगर आपके शरीर के अंदर फाइलेरिया की बैक्टीरिया है तो उल्टी, दस्त या चक्कर जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है। लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसी स्थिति होने पर ज्यादा पानी पीने और आराम करने से इससे लोग ठीक हो जाएंगे। जिले के सभी लोगों को फाइलेरिया के सुरक्षित रहने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों के सामने दवा का सेवन जरूर करना चाहिए।
- घर, परिवार और समाज को सुरक्षित रखने के लिए एमडीए के तहत दवा खाना जरूरी:
एसीएमओ सह जिला भेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ जे पी सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा फाइलेरिया रोग से बचाव के लिए 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। जिसके तहत जिले के सभी व्यक्तियों को दो दवाएं (डीईसी और अल्बेंडाजोल) खिलाई जा रही है। वैज्ञानिक आधार पर सामान्य लोगों द्वारा इन दोनों दवाओ को साल में सिर्फ एक बार सेवन करने से लाभार्थियों के शरीर के अंदर उपलब्ध माइक्रो फाइलेरिया लार्वा मर जाते हैं। लगातार पांच साल तक लाभार्थियों द्वारा साल में एक बार फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करने से संबंधित व्यक्ति भविष्य में कभी भी फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित रहेंगे। सभी लाभार्थियों द्वारा अपने परिवार के सभी लोगों और आसपास के लोगों को दवा सेवन करना सुनिश्चित करवाना चाहिए ताकि सभी लोग फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित रह सकें।
- 14 दिनों तक गृह भ्रमण कर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को खिलाया जाएगा दवा :
भीबीडीसीओ एन के मिश्रा ने कहा कि फाइलेरिया से सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पहले 14 दिन घर घर पहुँचकर 02 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया जाएगा। इस दौरान सभी लाभार्थियों को उम्र के अनुसार डीईसी की गोली खिलाई जाएगी। इसमें 02 वर्ष से 05 वर्ष के बच्चों को डीईसी कोई 01 गोली, 06 वर्ष से 14 वर्ष के लोगों को डीईसी की 02 गोली एवं 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की 03 गोली का सेवन कराया जाएगा। 02 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को एल्बेंडाजोल की 01 गोली का सेवन करना सुनिश्चित किया जाएगा। लोगों को एल्बेंडाजोल की गोली स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही चबाकर खाना है। दवा सेवन करने से लोग फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित रहेंगे और सामान्य जीवन का लाभ उठा सकेंगे। 14 दिन घर घर दवा उपलब्ध कराने के बाद भी छूटे हुए लोगों को दवा सेवन सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा 03 दिन फॉलोअप अभियान चलाया जाएगा ताकि सभी लाभार्थियों को दवा उपलब्ध हो सके और लोग फाइलेरिया होने से सुरक्षित रह सके।
- एनसीसी कैडेट्स के द्वारा निकाली गई जागरूकता रैली :
लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत दवा सेवन के लिए जागरूक करने के लिए एनसीसी कैडेट्स द्वारा जिले में जागरूकता रैली निकाला गया। एनसीसी कैडेट्स द्वारा रेलवे स्टेशन से एमडीए कार्यक्रम का बैनर के साथ कटिहार बाजार होते हुए सदर अस्पताल तक जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान उपस्थित लोगों को एमडीए अभियान के दौरान घर में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा खिलाये जा रहे दवा का सेवन सुनिश्चित करते हुए पूरे परिवार और क्षेत्र को फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित रहने का संदेश दिया गया।
दवा खाने में बरतनी होगी सावधानियां:
-खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है।
-दवा स्वास्थ्यकर्मियों के सामने ही दवा का सेवन आवश्यक है।
-अल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खाना है।
-फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए अपने घरों के आसपास गंदा पानी इकट्ठा नही होने देना चाहिए।
-सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए।