पूर्णिया : पूर्णिया जिले में बुधवार को एयरपोर्ट 4 पूर्णिया समिति और विभिन्न सामाजिक संगठनों के 60 प्रतिनिधियों ने एक दिवसीय भूख हड़ताल किया। प्रदर्शनकारियों ने पूर्णिया एयरपोर्ट की लगातार उपेक्षा और विलंबित प्रगति पर गहरी चिंता व्यक्त की।
भूख हड़ताल अम्बेडकर सेवा सदन, टैक्सी स्टैंड पर आयोजित की गई। प्रदर्शनकारियों ने सवाल उठाया कि पीएम पैकेज बिहार 2015 का हिस्सा होने के बावजूद पूर्णिया एयरपोर्ट की आश्चर्यजनक उपेक्षा क्यों की जा रही है? जब इस क्षेत्र की करोड़ों आबादी के लिए एयरपोर्ट लाइफलाइन है तो फिर इसकी अनदेखी का क्या औचित्य है? प्रदर्शनकारियों ने बताया कि दो साल पहले ही जिला प्रशासन द्वारा 52.18 एकड़ भूमि सिविल एविएशन मंत्रालय को उपलब्ध करा दी गई थी, लेकिन अब तक एयरपोर्ट अथॉरिटी को हैंडओवर नहीं किया गया है।
आधारभूत संरचना के लिए अतिरिक्त 15 एकड़ भूमि का अधिग्रहण भी लंबित है। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि एयरपोर्ट व एयर कार्गो सुविधा न होने के कारण बिहार सरकार को जीएसटी और अन्य राजस्व में हर साल करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। साथ ही क्षेत्र के लोगों को सिलिगुड़ी, दरभंगा और पटना जैसे दूरस्थ हवाई अड्डों तक जाने में लंबा समय और भारी खर्च करना पड़ता है।
एयरपोर्ट 4 पूर्णिया समिति के प्रतिनिधियों ने “उड़ान”, “सबका साथ सबका विकास” जैसे प्रधानमंत्री के नारों का हवाला देते हुए पूछा कि फिर पूर्णिया एयरपोर्ट को क्यों उपेक्षित किया जा रहा है? उन्होंने सरकार से मांग की कि वह जल्द ही पोर्टा केबिन सिविल एंक्लेव से पूर्णिया एयरपोर्ट के संचालन की तिथि की घोषणा करे।इस प्रदर्शन में पूर्णिया प्रमंडल के विभिन्न
सामाजिक संगठनों के 60 प्रतिनिधि शामिल थे, जिनमें अम्बेडकर सेवा सदन के प्रतिनिधि भी शामिल थे। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से समयबद्ध कार्रवाई की मांग की। बता दें की इस भूख हड़ताल में सिविल सोसाइटी के वरिष्ठ अधिकारी अरविंद कुमार सिंह, विजय श्रीवास्तव, सुमन जी प्रकाश, अरुण कुमार सिंह, सुदीप राय, दुर्गा कांत ठाकुर, दिलीप कुमार चौधरी, दिलीप कुमार दीपक, राजीव कुमार सिंह, अभय कुमार, मिथिलेश राय, सुमन कुमार झा, पीयूष कांत, बद्री मेहता इत्यादि कई लोग शामिल थे। इन नामों में कई संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल है।