पूर्णिया : पूर्णिया के कला-भवन में 22 और 23 जून को आयोजित दो दिवसीय एकल नाट्य महोत्सव-2024 ने रंगमंच प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नाट्य विभाग, कला-भवन और रेणु रंगमंच संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस उत्सव में पूर्णिया और पटना के आठ प्रतिभाशाली कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। पहले दिन, बेल्जियम क्राफ्ट की मान्या राजलक्ष्मी ने “आपकी सरिता” प्रस्तुत किया, जिसमें एक लड़की के संघर्ष और सफलता की कहानी दिखाई गई। सृजन कलामंडलम के डॉ. ज्योतिदीप मुखर्जी ने रवींद्रनाथ टैगोर की “देवतार ग्रास” का नृत्याभिनय प्रस्तुत किया। अच्छा विजन वर्ल्ड सोसाइटी के मोहम्मद आजाद ने “असमंजस बाबू की आत्मकथा” का मंचन किया, जबकि कला भवन नाट्य विभाग के बदल झा ने “नौटंकीबाज” प्रस्तुत किया। दूसरे दिन, पटना के रंग गुरुकुल से राजवीर गुंजन ने “डेढ़ इंच ऊपर” प्रस्तुत किया। अभिनय आर्ट रंग मंडल के मणिकांत चौधरी ने “डाइनिंग टेबल” का मंचन किया। रंगलीला क्रिएशन के गोविंद प्रसाद दास ने “आंखों की पट्टी खोल रे” प्रस्तुत किया, जिसमें समाज के विभिन्न मुद्दों को उठाया गया। अंतिम प्रस्तुति में, रेणु रंगमंच संस्थान की बरखा कुमारी ने “चित्रांगदा” का मंचन किया।
कार्यक्रम का संचालन कुंदन कुमार सिंह ने किया, जबकि प्रकाश व्यवस्था प्रीतम आनंद और ध्वनि व्यवस्था समीर कुमार ने संभाली। उद्घाटन पूर्णिया नगर निगम की उप महापौर ने किया। समापन सत्र में पूर्णिया कॉलेज के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) एस.एल. वर्मा, वरिष्ठ रंगकर्मी स्वरूप दास और फिल्म अभिनेता रवि भूषण भारती उपस्थित रहे। आयोजन समिति के सचिव विश्वजीत कुमार सिंह ने कहा, यह महोत्सव पूर्णिया में कला और संस्कृति के प्रति लोगों के उत्साह को नया आयाम देगा। हम भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की आशा करते हैं। इस सफल आयोजन ने पूर्णिया के रंगमंच के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ा है, जो स्थानीय कला और संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।