पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: प्रशासनिक पदाधिकारी ध्यान दें, समय बदलते देर नहीं लगती, इसलिए इमानदारी से काम करें, किसी की राजनीति इशारे पर काम नहीं करें। उक्त बातें भवानीपुर में आयोजित राजद प्रत्याशी बीमा भारती के चुनावी सभा में प्रशासनिक पदाधिकारियों को हडकाते हुए कही। प्रतिपक्ष के नेता ने पूर्व मंत्री सह स्थानीय विधायक बीमा भारती के पक्ष में चुनावी सभा में भवानीपुर में गोपाल यादुका की हत्या में बीमा भारती के पति एवं पुत्र को फंसाने की बात कहते हुए कहा कि प्रशासनिक पदाधिकारी ध्यान दें, समय बदलते देर नहीं लगती है, इसलिए इमानदारी से काम करें। बीमा भारती को इसलिए फंसाया जा रहा है कि वह एक अति पिछडे समाज की बेटी है। उसे इसलिए फंसाया गया कि उसने शक्ति परीक्षण में राजद का साथ दिया। उन्होंने कहा कि वे जब 2020 में चुनाव लडे थे, तब उन्होंने दस लाख नौकरी देने की बात की थी, उन्होंने मात्र सत्रह माह में पांच लाख से ज्यादा नौकरियांदी तथा साढे तीन लाख नौकरियां और सुरक्षित रख दिया है। उनके हटते ही फिर से नौकरी गायब हो गई है। आरक्षण पर बोलते हुए कहा कि उन्होंने जातिगत जनगणना करवायी तथा उसी के आधार पर उन्होंने जितनी जिसकी भागीदारी, उतनी उसकी हिस्सेदारी की मांग कर डाली। इसके आधार पर 75 प्रतिशत आरक्षण करवाया। परंतु उनके हटते ही आरक्षण को हाईकाॅर्ट से मिलकर रोक लगा दी। अब सभी पिछडे, अतिपिछडे, एससी, एसटी की नौकरी में आरक्षण बंद हो गया।
नीतीश चाचाजी की नीति अब ठीक नहीं है, विपक्ष में रहते हैं, तब विशेष राज्य की मांग करते हैं, साथ होते हैं तब चुप हो जाते हैं। वे भाजपा के इशारे पर नाचते हैं। आज बिहार की हालत क्या है, प्रत्येक दिन पुल पानी में बह रहे हैं, इसमें बडे-बडे दोषियों को बचाया जा रहा है तथा दबे-कुचले वर्ग के इंजीनियरों को बलि का बकडा बनाया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बीमा भारती को जिताएं, यह सेमी फाइनल है, फाइनल में बिहार कप लेके रहेंगे। वहीं वीआईपी के सुप्रीमो मुकेश सहनी ने कहा कि मछुआरा जाल में फंसाता है, कभी जाल में फंसता नहीं है। उन्होंने कहा कि वे बडे संघर्श के बाद इस स्थान पर पहुंचे हैं। उन्होंने पिछलीबार चार सीटें जीती थीं, उन चारों को उनसे छिन लिया गया। उन्होंने सभी से अपील की कि वे बीमा भारती को भारी मतों से एकबार फिर से जीताएं तथा एक कीर्तिमान स्थापित करें, ताकि यह एक नजीर बने कि बिहार के सारे मंत्री, विधायक के बाद भी बीमा भारती के लोकप्रियता के सामने किसी की नहीं चली तथा वह फिर से चुनाव जीतकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। बीमा भारती ने अपने पर किये गए अत्याचार की बातें कहीं तथा कहा कि किस प्रकार नीतीष सरकार द्वारा उन्हें प्रताडित कियाजाता रहा था। उन्होंने भी अपनी जीत की अपील की, ताकि विकास अनवरत चलता रहे। इस अवसर पर इनके अलावा पूर्व मंत्री रामप्रकाश महतो, पूर्व शिक्षा पदाधिकारी सह केवट महासभा के अध्यक्ष श्रीवास्तव हिमांशु कुमार सहित हजारो की संख्यामें समर्थक उपस्थित थे।