सहरसा, अजय कुमार: 14 मई दिन शुक्रवार को एम्स अस्पताल सहरसा हेतु समस्त कोशी मिथिलांचल की माता बहनें शाम के सात से आठ बजे के बीच एम्स सहरसा के लिए एक दीप जलाकर आंदोलन को समर्थन देगें। जो माता बहन नमाज अदा करती हैं वे खुदा से एम्स सहरसा का दरख्वास्त करें या मोमबत्ती जलाकर कामना करें एवं इसका फोटो वीडियो बनाकर सोशल मीडिया के हर प्लेटफॉर्म ग्रूप में एक तरह से वायरल करें। 15 अप्रैल -दिन शनिवार को हर मिथिला वासी अपने हीं घर में या घर के आगे तख्ती पर सहरसा में हों एम्स निर्माण या एम्स फॉर सहरसा लिखकर या टाईपकर 10 बजे सुबह से 11 बजे बीच धरना देते हुए फोटो विडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करें। कोशी विकास संघर्ष मोर्चा कोशी प्रमंडल सहरसा के आह्वान पर पिछले 09 अप्रैल 2023 को सहरसा कोशी सम्पूर्ण मिथिला सहित देश विदेश में रहने वाले मिथिलांचल वासियों ने सहरसा में एम्स निर्माण हेतु प्रचण्ड समर्थन दिया और युवाओं ने जिस जोश खरोश से अपने सहरसा एम्स के लिए प्रयास किए हैं वे सभी धन्यवाद के पात्र है। पहली बार एम्स सहरसा मांग पर एकता भाईचारा और मानवता का मिशाल कायम हुआ है। विदित हो कि 17 अप्रैल 2023 को पटना उच्च न्यायालय में याचिका पर सुनवाई होनी है इसके लिए आवश्यक तैयारियां की जा रही है ।
कोशी प्रमंडल सहरसा के विज्ञ अधिवक्ताओं ने इस लडाई को अपनी लड़ाई समझकर सदैव सहयोग कर रहे हैं। कोशी विकास संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार झा और संरक्षक प्रवीण आनन्द ने बताया कि माननीय उच्च न्यायालय में सरकार को ज़बाब देना है। मोर्चा के सदस्यों ने कहा कि उच्च न्यायालय पर पूर्ण रूपेण भरोसा है। सहरसा एम्स निर्माण के सारे मानदंड को पूरा करती है। सत्य की विजय होगी। मानवता का कल्याण होगा। माननीय सांसद श्री दिनेश चन्द्र यादव जी समेत सभी बीस माननीय सांसदों का अभिनंदन जो एम्स सहरसा हेतु केन्द्र सरकार को ज्ञापन दिए। इसी तरह बिहार सरकार को भी ज्ञापन सौंपकर अपने सहरसा के भूमि पर एम्स बने माननीय नीतीश कुमार जी से घोषणा करवाना चाहिए। कोशी के तमाम माननीय विधायक भी माननीय विधायक एवं विधानपार्षद मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर एम्स सहरसा हेतु पक्ष रखें। सहरसा में एम्स का निर्माण होने बाद से हीं सम्पूर्ण मिथिला वासी का स्वास्थ्य रक्षा होगा। यह क्षेत्र विकास और समृद्धि के रूप में राष्ट्रीय पटल पर दैदीप्यमान हो जाएगा। हम स्वयं के लिए कुछ ना कुछ करते रहते हैं। आज मातृभूमि सहरसा कोशी मिथिला वासी के लिए हमलोग हीं कुछ कर सकते हैं।