पटना: BIHAR POLITICS जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मधेपुरा में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि बिहार में भाजपा का कोई अस्तित्व नहीं है। आप लोग हम लोग सब नीतीश कुमार को पलटूराम कहते हैं, आप जरा बताएं कि नीतीश कुमार अगर पलटूराम हैं, तो भाजपा नीतीश कुमार के पास पलट-पलट कर क्यों जाती है? आपने देखा होगा अमित शाह आए खड़े होकर कहा- नीतीश के लिए भाजपा में आने का दरवाजा बंद है। उन्होंने कहा था कि चुनाव के बाद वो नीतीश कुमार को नहीं लेंगे। चुनाव का तो छोड़िए चुनाव से पहले ही नीतीश कुमार के लिए दरवाजा-खिड़की सब खोल दिया। यही कारण है कि लोग मजाक उड़ाते हैं कि अमित शाह ने दरवाजा ठीक ही लगाया था चिटकिनी लगाना भूल गए थे। अगर नीतीश कुमार पलटे तो इसके अलावे भाजपा भी तो पलटी।
तेजस्वी यादव भी दावा कर रहे थे जब भाजपा की सरकार थी तो नीतीश कुमार को पलटू चाचा कहते थे, उसके बाद क्या हुआ तेजस्वी खुद पलट कर नीतीश कुमार के पास चले गए, और उनकी तारीफ किए थकते नहीं थे। नीतीश कुमार ने एक बढ़िया काम किया खुद पलट-पलट कर इतने बार पलटे की सबको अपने रंग में रंग दिया। बिहार में अब कोई दल बचा ही नहीं जो पलटूराम नहीं है। भाजपा और तेजस्वी को तो मुफ्त में ही नीतीश कुमार पलट रहे हैं। इसी में कहते हैं जात भी गया, भात भी नहीं खाया।
Tiny URL for this post: