नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। लिहाजा सभी राजनीतिक दलों ने चुनावी दंगल के लिए कसरत शुरू कर दी है। हाल ही में 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से 3 में जीत के बाद बीजेपी का फोकस दक्षिण भारतीय राज्यों की तरफ है।बीजेपी ने दक्षिण भारत की कुल 131 सीटों में से 84 को टारगेट करना शुरू किया है। दक्षिण भारत की कमान पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद अपने हाथों में रखी है। 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी के लिए दक्षिण भारत खासा अहम है। इसके पीछे वजह है कि उत्तर भारत में लोकसभा सीटों के लिहाज से बीजेपी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर चुकी है। उतर भारत में बीजेपी के पास अब लोकसभा की सीटें और बढ़ाने की संभावना नहीं है, क्योकि यहां बीजेपी सैचुरेशन के स्तर पर है। बीजेपी को ये भी एहसास है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के चलते तेलंगाना में बीजेपी को नुकसान हुआ है।ऐसे में बीजेपी को लगता है कि अगर लोकसभा चुनाव में बीजेपी की सीटें कम होती है तो उसकी भरपाई या उसको बढ़ाने की गुंजाइश दक्षिण भारत में वोट और लोकसभा सीट लेकर किया जा सकता है।
चुनावी साल की शुरुआत दक्षिण भारत से
यही वजह है कि चुनावी साल की शुरुआत के साथ ही बीजेपी ने विपक्ष का दक्षिणी दुर्ग भेदने के लिए अपने सबसे बड़े चेहरे पीएम मोदी को मैदान में उतार दिया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल की शुरुआत दक्षिण भारत से की है। पीएम मोदी इन दिनों दक्षिण के तीन राज्यों तमिलनाडु, लक्षद्वीप और केरल के दो दिवसीय दौरे पर हैं।इसी क्रम में पीएम एक नए हवाई अड्डे सहित 20,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ करने के लिए मंगलवार को तमिलनाडु में थे।आज बुधवार को पीएम मोदी केरल के त्रिशूर में एक बड़ा रोड शो और एक सार्वजनिक बैठक करेंगे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सार्वजनिक बैठक में लगभग दो लाख भाजपा महिला कार्यकर्ता मौजूद रहेंगी।जानकारों की मानें तो इसका असर लोकसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है।
दक्षिण भारत में क्या है बीजेपी की स्थिति?
बता दें कि दक्षिण भारत में 131 लोकसभा सीटें हैं। जिसमें से तमिलनाडु में 39, आंध्र प्रदेश में 25, कर्नाटक में 28, केरल में 20, तेलंगाना में 17, पुदुच्चेरी और लक्षद्वीप में एक-एक सीट है। दक्षिण भारत में सिर्फ तेलंगाना और कर्नाटक में ही बीजेपी की लोकसभा सीटें हैं। इसलिए बीजेपी का पूरा प्लॉन लोकसभा चुनाव में तेजी के साथ काम करने का काम है। इनमें पर बीजेपी का फोकस उन 84 सीटों पर है, जो बीजेपी कभी नहीं जीती है। इन सीटों का क्लस्टर बनाकर इनकी जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्रियों को दी गई है। तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, केरल और तमिलनाडु को लेकर लगातार बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह बैठकें कर रहे हैं।