- 90 प्रतिशत युवा नशे के शिकार हो रहे हैं, सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है
- समाज संघर्ष एवं प्रतिकार करना छोड दिया, इसलिए नेता, अपराधी, अधिकारी, माफिया, दलाल का गठजोड हो गया है
- जनता सिर्फ तीन महीने के लिए मुख्यमंत्री बना दे, वे वादा करते हैं, तीन महीने के
पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: केंद्र एवं राज्य सरकार नाकारा है, सिर्फ गद्दी पाने की जुगाड में लगी रहती है। जनता को यूंही मरने को छोड दिया है। सिर्फ तीन महीनों के लिए जनता उन्हें मुख्यमंत्री बना दे, वे पूरे राज्य को अपराधमुक्त एवं विकास की धारा बहा देंगे। उक्त बातें पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कही। पूर्व सांसद ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार नाकारा है, सिर्फ गदी पाने की जुगाड में लगी रहती है। जनता को यूंही मरने को छोड दिया है। सिर्फ तीन महीनों के लिए जनता उन्हें मुख्यमंत्री बना दे, वे पूरे राज्य को अपराधमुक्त एवं सूबे में विकास की धारा बहा देंगे। आज जनता पूरी तरह से भगवान के भरोसे है। सुरक्षा देनेवाली सरकार थाना से लेकर नेता तक भ्रष्टाचार के गठजोड में लगे हुए हैं। शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है, इसके देश के भविष्य 90 प्रतिशत युवा आज किसी-न-किसी प्रकार के नशे के शिकार हैं। गलत संगति के कारण अपराध एवं पोर्न फिल्मों के प्रति जुडाव होने लगा है, जो देश के लिए चिंता का विषय है। देश में बेरोजगारी बढती चली जा रही है। किसानों को उनकी फसल का समुचित कीमत नहीं मिल पा रहा है। मोदी जी एवं योगीजी के बारे में उन्होंने कहा कि मोदीजी देश की जनता को हिंदू-मुस्लिम करके बांट रहे हैं। लोगों का ध्यान भटकाने के लिए हमेशा कोई-न-कोई साजिश करते रहते हैं।
पुलवामा कांड की जांच, कारसेवक कांड की जांच निष्पक्ष रूप से आज मोदीजी करवा दें, बहुत सारी सच्चाई सामने आ जाएंगी। यूपी के मुख्यमंत्री योगीजी अपने सूबे में राजनीति हत्याएं करवा रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री बनने से पहले अकेले उनपर आठ-आठ मामले दर्ज थे, जिन्होंने मुख्यमंत्री बनने के बाद खत्म किये। केंद्र हो या राज्य सत्ता हर कुकर्म एवं नफरत फैलाकर प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें भारत देश से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे अपने बचाव के लिए उनकी तरह संर्शध एवं प्रतिकार करना सीखें, मंजिल मिलती चली जाएगी। वे 1983 में पहलीबार संघर्ष के बाद मुखिया बने तथा तबसे आमजनता के लिए संघर्ष करते चले आ रहे हैं। चाहे वह किसी की सहायता हो, या फिर किसी की अन्य प्रकार की समस्याएं, वे हमेशा ही तत्काल 24 घंटे के अंदर पहूहंचकर उनकी मदद करते रहे हैं। कोरोना जैसी महामारी में उन्हेंने लगभग चालीस कडोड रूपये की सहायता देश के कोरोना पीडित लोगों की मदद की। रूपौली की जनता आज हरओर से असुरक्षित महसूस कर रही है, वे उनके लिए हर कुर्बानी देने को तैयार हैं।
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