पूर्णिया : पूर्णिया जिले के बाल सुधार गृह सह पर्यवेक्षण गृह में पिछले कई दिनों से एक नई रौनक देखने को मिल रही है। यहां बच्चों और किशोरों के लिए कई सुधारात्मक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, जिससे उनके भविष्य की उम्मीदों में नई जान आई है। अधीक्षक श्री नीलमणि सिंह बताते हैं कि समाज कल्याण विभाग बिहार सरकार द्वारा संचालित इस गृह में किशोर न्यायालय से भेजे गए बालकों और किशोरों के सुधार के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का निरंतर आयोजन होता रहता है। इसी क्रम में ग्रामीण शिक्षा एवं लोक कला मंच पूर्णिया द्वारा पहले चरण में बच्चों और किशोरों के बीच योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। संस्था के संस्थापक अधिवक्ता श्री शशि रंजन कुमार बताते हैं कि उनका संस्थान पिछले कई वर्षों से नि:शुल्क नाट्य संगीत कार्यशालाओं का सफल आयोजन बाल सुधार गृह में करता रहा है, जिसकी प्रशंसा यूनिसेफ से आई टीम ने भी की थी। इस बार किशोर न्याय परिषद के दंडाधिकारी श्री सरोज कुमार की देखरेख में योग प्रशिक्षण शिविर चल रहा है।
प्रथम सप्ताह में योग अतिथि प्रशिक्षिका सुश्री रूबी सिंह योग का प्रशिक्षण दे रही हैं। आगामी दिनों में वरिष्ठ रंगकर्मी श्री अजीत सिंह बप्पा, लेखक श्री अखिलेश अखिल जायसवाल, युवा रंगकर्मी अक्षय शर्मा, राष्ट्रीय सम्मानित चित्रकार किशोर कुमार राय उर्फ गुल्लू दा, फैशन डिजाइनर नितीश चंद्रा, स्वरूप दा सहित अन्य प्रतिष्ठित अतिथि प्रशिक्षकों द्वारा भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।शशि रंजन कुमार बताते हैं कि इन गतिविधियों से बच्चों और किशोरों में एक सकारात्मक बदलाव आएगा। कई बच्चों के डॉक्टर, आईएएस-आईपीएस बनने के सपने हैं। यह कार्यक्रम उन्हें जीवन की नई दिशा देंगे। कार्यक्रम में हाउस फादर चंदन कुमार, संजीव कुमार, हरि नंदन सहित अन्य कर्मियों और पुलिस बल की देखरेख में ही बच्चों की गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। इस तरह बाल सुधार गृह पूर्णिया में अब निराशा के बादल छंटते नज़र आ रहे हैं और एक नई उम्मीद की किरण विखरी हुई है।