पूर्णिया (ANG INDIA NEWS) : पूर्णिया बुद्धिष्ट इंटरनेशनल नेटवर्क के तत्वाधान में एक बैठक रविवार को अंबेडकर सेवा सदन के प्रांगण में जिला इकाई के संयोजक शंभू प्रसाद दास की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
बैठक में तथागत बुद्ध एवं संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जन जागरण अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। बैठक को संबोधित करते हुए बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रमंडलीय प्रभारी प्रो0 आलोक कुमार ने कहा कि भारत में आये दिन वर्तमान केंद्र सरकार के द्वारा आरएसएस के विचारों को सत्ता के बल पर भारतीय संविधान के कई महत्वपूर्ण अनुच्छेद को बदलकर बहुसंख्यक एस.सी, एस.टी, ओबीसी एवं धर्म परिवर्तित अल्पसंख्यक समुदाय के संवैधानिक अधिकारों को बदल दिया गया है। एस.सी, एस.टी, ओबीसी के सामाजिक एवं शैक्षणिक संवैधानिक आरक्षण को आर्थिक आधार पर क्रीमीलेयर लगाकर पूर्णत:निष्प्रभावी बना दिया गया है। धार्मिक आधार पर नागरिकता कानून लाकर मुस्लिम धर्मावलंबी को संवैधानिक अधिकारों से वंचित कर दिया गया है। मजदूरों के लिए बनाये गए कानूनों को परिवर्तित कर पुनः गुलामी एवं बेगारी प्रथा को लागू कर दिया गया है। कहा करोना महामारी काल में भी कई महत्वपूर्ण जनविरोधी निर्णय लेकर तथागत बुद्ध एवं बाबासाहेब डॉक्टर आंबेडकर के समता, स्वतंत्रता, भाईचारा एवं न्याय के विचारों का, जो भारतीय संविधान की आत्मा है, उसे छेड़ने का निर्णय लिया गया है। वर्तमान में अयोध्या क्षेत्र की खुदाई एवं राम मंदिर निर्माण में स्थानीय क्षेत्रों में निकले बुद्ध एवं सम्राट अशोक के द्वारा बनाये गए, बौध्द विहार एवं स्तूपों को नष्ट किया जा रहा है। भारत के पौराणिक काल के विरासत को समाप्त किया जा रहा है।
भारतीय पुरातत्व विभाग इतिहास एवं वैज्ञानिक शोध को कुछ खास विचारधारा के प्रभाव में आकर केंद्र सरकार के इशारे पर इन विरासत को संरक्षित करने में नाकाम है। आगे बताया कि वर्तमान अयोध्या क्षेत्र “साकेत नगर” है जो गुप्त कालीन एवं मौर्य काल में सम्राट अशोक के द्वारा बनाए गए बौद्ध विहार एवं खुदाई में निकले स्तूप चक्र एवं शिलालेखों से प्रमाणित है। बुद्धिष्ट इंटरनेशनल नेटवर्क के द्वारा साकेत बचाओ, विरासत बचाओ आंदोलन का निर्णय देशभर में लिया गया है, इसी संदर्भ में पूर्णिया में भी 9 जून को जिला पदाधिकारी के माध्यम से भारत के महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया है। इस बैठक में भारत मुक्ति मोर्चा, बामसेफ के पदाधिकारी के साथ -साथ राजनीतिक दल के नेता गण भी शामिल हुए जिसमें प्रमुख रमेश कुशवाहा जिला अध्यक्ष रालोसपा, भारत मुक्ति मोर्चा के प्रधान महासचिव बबलू गुप्ता, अधिवक्ता हेमंत कुमार यादव, अधिवक्ता सह विशेष लोक अभियोजक अरुण पासवान अधिवक्ता रजनीश टूड्डू, हरिलाल पासवान अध्यक्ष अनुसूचित जाति विचार मंच, योगेंद्र राम, विनोद ऋषि, कंतलाल मेहता, निप्पू पासवान, गगन पासवान, हीरो ऋषि छात्र नेता सौरभ कुमार आदि शामिल हुए।
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