पूर्णिया: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के जिला कार्यालय पूर्णिया में भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अम्बेदकर का 1३२वां जन्म दिन सामाजिक न्याय दिवस के रुप में मनाया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोजपा ने दलित सेना के कार्यकर्ता ने बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अम्बेदकर के तैल चित्र पर पुष्पांजलि देकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। समारोह की अध्यक्षता दलित सेना के जिला अध्यक्ष बिहारी लाल पासवान ने कि लोजपा के प्रदेश महासचिव माधव सिंह ने कहा डॉक्टर भीमराव अम्बेदकर किसी एक वर्ग के नेता नहीं थे, बल्कि वे हर उस वर्ग के नेता थे, जो उत्पीड़ित एवं शोषित है। वह ग्लोबल एवं नेशनल नेता थे। स्वतंत्रता समानता और बंधुत्व को वे आदर्श मानते थे वे हमेशा दबे कुचले की आवाज थे। उन्होंने कहा कि आज नरेंद्र मोदी के चलते बाबासाहेब आंम्बेदकर का भव्य स्मारक बनकर तैयार है। 26 अलीपुर रोड जहां बाबा भीमराव अंम्बेदकर संविधान लिखे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अलीपुर रोड का उद्घाटन किया। नवी मुंबई जहां डॉक्टर अंम्बेदकर जी का अंतिम संस्कार हुआ वहां नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय स्मारक बनवाने का कार्य किया। लंदन में जहां बाबासाहेब ने पढ़ाई करते थे उसको नरेंद्र मोदी ने खरीद कर राष्ट्रीय स्मारक बनाने का कार्य किया। प्रधानमंत्री ने अंम्बेदकर की जन्म स्थली मध्य प्रदेश के ग्रामोदय से भारत उदय अभियान की शुरुआत की। बाबा साहब ने कहा था कि भारत का एक-एक बच्चा शिक्षित होगा उस दिन भारत सफल होगा और छुआछूत खत्म होगा। उन्होंने कहा था संगठित हो शिक्षित हो तभी हमारा समाज आगे बढ़ेगा।
राष्ट्रीय लोजपा नेता मधव सिंह ने कहा कि हम शुक्रगुजार हैं लोजपा के संस्थापक पद्म विभूषण रामविलास पासवान का जिन्होंने सामाजिक न्याय को धरातल पर उतारने का काम किया। बी .पी. सिंह प्रधानमंत्री थे, रामविलास पासवान केंद्रीय मंत्री थे। उन्होंने बाबासाहेब अम्बेदकर की मूर्ति सांसद भवन में लगाने का काम किया। बाबासाहेब का भारत रत्न दिलवाने का कार्य किया। आज वर्तमान में खाद्य सुरक्षा कानून २ रुपए किलो चावल एनडीए सरकार की देन है। आज लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस जी बाबा साहब के द्वारा दी गई संविधान की टाक को आगे बढ़ा रहे हैं। रालोजपा नेता माधव सिंह ने कहा कि हम बाबासाहेब को दलितों का मसीहा बनाकर अन्याय करते हैं। उन्हें सीमित ना करे। वो हर वर्ग के शोषित दबे- कुचले लोगों की आवाज थे। बाबा साहब को सीमाओं में ना बांधे, उन्हें विश्व मानवता के रूप में देखे। दुनिया मार्टिन लूथर किंग को जिस तरह देखती है उसी तरह हमारे लिए बाबासाहब है। समारोह में मुख्य रूप से बद्री प्रसाद मेहता, महेंद्र मेहता, महेंद्र प्रसाद गुप्ता, कैलाश गुप्ता, गोपाल मंडल, राज किशोर मिश्रा, जग नारायण पासवान, भोला यादव, चतुरी ऋषि, मोहम्मद अब्दुल रज्जाक, मोहम्मद अफाक, उपेंद्र कुशवाहा, डी .के उरांव, बालेश्वर मुर्मू, पप्पू यादव, सुभाष सिंह, विमला देवी, मुनेश्वर पासवान आदि उपस्थित थे।