पूर्णिया: कुंदन कुमार जिलाधिकारी पूर्णिया की अध्यक्षता में बाढ़ एवं अग्नि सुरक्षा की पूर्व तैयारियों को लेकर संबंधित विभागीय पदाधिकारियों के साथ समाहरणालय सभाकक्ष में समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। जिला पदाधिकारी द्वारा पीपीटी के माध्यम से विभाग वार की गई तैयारियों का गहन समीक्षा किया गया। वर्षा मापक यंत्र,संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र एवं संकट ग्रस्त व्यक्ति समूह की पहचान , तटबंधों की सुरक्षा सूचना व्यवस्था नावों की उपलब्धता एवं स्थिति खाद्य पदार्थों की व्यवस्था पॉलिथीन सीट्स, बाढ़ शरण स्थल, बाढ़ आश्रय स्थल ,सामुदायिक रसोई, मानव दवा की व्यवस्था,मोबाइल मेडिकल टीम एवं मेडिकल का पशु चारा एवं पशु दवा की व्यवस्था, शुद्ध पेयजल ,जनरेटर सेट पेट्रोमैक्स एवं महाजाल की उपलब्धता, लाइक जैकेट मोटर बोट की उपलब्धता जिला आपातकालीन संचालन केंद्र नियंत्रण कक्ष गोताखोरों की उपलब्धता एवं प्रशिक्षण, सामुदायिक को प्रशिक्षण, राहत एवं बचाव दल का गठन, जिले में एसडीआरएफ टीम की उपलब्धता, समुदाय के लोगों को प्रशिक्षण दिए जाने की गहन समीक्षा की गई। वर्षापात की समीक्षा के दौरान जिला सांख्यिकी पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि 14 प्रखंड में वर्षा मापक यंत्र अधिष्ठापन एवं कार्यरत अवस्था में है तथा 246 पंचायतों में वर्षा मापक यंत्र ऑटोमेटिक रेंन गेज लगाए गए हैं। 13 अप्रैल 2023 तक सामान्य की अपेक्षा 1.03 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। 246 पंचायतों में वर्षा मापक यंत्र ऑटोमेटिक रेंन गेज लगाया गया है। समीक्षा के दौरान कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण प्रमंडल पूर्णिया द्वारा तटबंधों की अद्यतन स्थिति से जिला पदाधिकारी महोदय को अवगत कराया गया। बाढ़ शरण स्थल की समीक्षा के दौरान आपदा प्रभारी द्वारा बताया गया कि सभी अंचलों द्वारा 300 बाढ़ शरण स्थलों का चयन किया गया है। जनरेटर सेट मेट्रोमैक्स महाजाल की व्यवस्था सभी अंचलाधिकारी द्वारा आंकलन कर आपूर्ति हेतु टेंट मालिकों के चयन की प्रक्रिया की जा रही है। पूर्णिया जिले में 311 गोताखोरों को प्रशिक्षित किया गया है। पूर्णिया जिले के वायसी एवं धमदाहा अनुमंडल से 28 सामुदायिक स्वयंसेवकों को सुरक्षित तैराकी कार्यक्रम अंतर्गत बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण दिया गया है। सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि बाढ़ शरण स्थलों के लिए मेडिकल टीम का गठन करने के साथ ही पैरा मेडिकल स्टाफ की प्रतिनियुक्ति कर लिया गया है। बाढ़ की स्थिति में उक्त शरण स्थलों पर मेडिकल कैंप का संचालन सुनिश्चित किया गया है।
भंडार में आवश्यक मानव दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। अंचल वार मेडिकल मोबाइल टीम का गठन कर लिया गया है ।बाढ़ आश्रय स्थलों के लिए मेडिकल टीम एवं संबंधित कर्मियों की प्रतिनिधि की जाएगी। जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पशु चारा के दर निर्धारण एवं आपूर्तिकर्ता का निविदा के माध्यम से चयन किया जाएगा जिसका टेंडर प्रक्रिया में है। पशु शरण स्थलों के निकट मेडिकल कैंप का संचालन करने के लिए पशु चिकित्सा पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित की जाएगी। शरण स्थानों के निकट मेडिकल कैंप का संचालन करने के लिए पशु चिकित्सा पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर ली गई है। पशुओं के लिए बाढ़ प्रवण क्षेत्र में 42 ऊंचे स्थल का चयन किया गया है। बैठक के दौरान कार्यपालक अभियंता प्रमंडल एवं ग्रामीण कार्य विभाग पूर्णिया के द्वारा बताया गया कि वर्ष 2022 में बाढ़ से क्षतिग्रस्त सडक पुल पुलिया की मरम्मती का कार्य कराया जा चुका है। समीक्षोपरांत जिला अधिकारी द्वारा संबंधित कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण एवं पथ निर्माण आरसीडी एवं संबंधित कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया कि 10 वर्षों का विवरणी समर्पित करें जहां प्रतिवर्ष संभावित बाढ़ से खतरा बना हुआ रहता है। मरम्मती किए गए सड़कों की पूर्ण विवरण के साथ सूची समर्पित करने का निर्देश दिया गया। सभी अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण प्रमंडल पूर्णिया एवं ग्रामीण कार्य विभाग पूर्णिया के द्वारा क्षतिग्रस्त सड़क एवं पुल पुलिया की मरम्मती कार्य का संयुक्त रूप से जांच कर प्रतिवेदन समर्पित करना सुनिश्चित करें। निजी नावों के लंबित भुगतान निर्धारित समय सीमा के अंदर करने का निर्देश संबंधित सीओ को दिया गया। संभावित बाढ़ के दौरान संचालित होने वाले निजी नावों का एग्रीमेंट निर्धारित समय सीमा के अंदर कराने का निर्देश दिया गया। संभावित बाढ़ के दौरान संचालित निजी नावों पर निशुल्क सेवा तथा जिला प्रशासन द्वारा संचालित की जा रही है का फ्लेक्स लगाने का निर्देश सभी अंचलाधिकारी को दी गई।
संभावित बाढ़ के दौरान संचालित होने वाले सामुदायिक किचन स्थल पर फ्लेक्स का निर्माण कर लगाने का निर्देश दिया गया। पशुपालन पदाधिकारी को चेतावनी दी गई थी पशु चारा का दर एवं पशु दवाओं की उपलब्धि हेतु अग्रेत्तर कार्यवाही निर्धारित समय सीमा के अंदर करना सुनिश्चित करें। अग्नि सुरक्षा की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने जिला अग्नि सुरक्षा के प्रति नियमित तौर पर आम जनता को जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने जिला अग्निशाम पदाधिकारी पूर्णिया को अग्नि शाम वाहन को अप टू डेट रखने का निर्देश दिया गया। इसकी जांच करने का निर्देश सभी अनुमंडल पदाधिकारी को दी गई। सभी अंचलाधिकारी को निर्देश दिया गया कि आगजनी से पीड़ित परिवारों को निर्धारित समय सीमा के अंदर राहत पहुंचाना सुनिश्चित करें। उक्त बैठक में उप विकास आयुक्त श्रीमती साहिला, नगर आयुक्त श्री आरिफ अहसन,अपर समाहर्ता श्री केडी प्रौज्ज्वल जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ,संबंधित कार्यपालक अभियंता एवं अंचलाधिकारी कथा प्रखंड के वरीय पदाधिकारी मौजूद थे।