सहरसा, अजय कुमार: बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक राज्य संघ के आह्वान पर बुुधवार को जिलाध्यक्ष सह राज्य सचिव निरंजन कुमार की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय के वीर कुंवर सिंह चौक पर बिहार सरकार द्वारा नई शिक्षक नियमावली 2023 के विरोध में जारी की गई अधिसूचना की प्रतियां एवं मुख्यमंंत्री तथा उप मुख्यमंत्री का पुतला जलाकर सैकड़ों शिक्षकों ने सरकार के इस नई शिक्षक नियमावली 2023 का विरोध प्रकट किया। ज्ञात हो कि 2006 से 2014 तक कई आंदोलनों और संघर्षों के बाद 2015 में पूर्ण वेतनमान ना देकर एक नया चाइनीज वेतनमान दिया। परंतु वेतनमान देने के 8 साल बाद भी राज्यकर्मी का दर्जा और लाभ नहीं दिया गया। हर आंदोलन,धरना प्रदर्शन के बाद राज्यकर्मी और समान काम समान वेतन को लेकर सरकार झूठी वादों के साथ साथ सब्जबाग भी दिखाती रही। अब सरकार ने नई नियमावली 2023 में सभी वर्ग के नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने से इंकार कर बिहार के लगभग चार लाख नियोजित शिक्षकों के साथ किया धोखा।
अब सिर्फ नई नियुक्ति होगी वो भी आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा पास करने के उपरांत। इन्हीं नए नियुक्त शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिलेगा। वहीं 20 वर्षों से सेवारत नियोजित शिक्षकों को नहीं मिलेगा राज्यकर्मी का दर्जा और ना ही कोई लाभ मिलेगा। इस अवसर पर जिला सचिव अमीन अकबर, कार्यालय सचिव अमरेंद्र कुमार, प्रवक्ता राणा राकेश, सोनबरसा अध्यक्ष अरविंद कुमार, कहरा अध्यक्ष राजीव कुमार रंजन, नवहट्टा अध्यक्ष बिंदु कुमार पन्ना, सोनवर्षा सचिव सुमन कुमार सिंह, राजेश कुमार सिंह, देवी अंजना, हिमांशु शेखर, संजय कुमार, सुधांशु शेखर, कैलाश मंडल, रितेश, मिथिलेश कुमार, दिग्विजय कुमार, मनोज यादव, राजीव झा, गणेश कुमार, मनीष कुमार,दयानंद यादव, संतोष सिंह,संजय पासवान सहित अन्य मौजूद थे।
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