बिहार: बिहार के कलाकारों के लिए बड़ी खुशखबरी है। निपुण तथा आला दर्जे के कलाकारों की खस्ताहाली अब जल्द ही दूर होने वाली है। राज्य सरकार उन्हें बड़ा तोहफा देने जा रही है। राष्ट्रीय पुरस्कार लाने वाले खिलाड़ियों की तर्ज पर अब कला संस्कृति के क्षेत्र में भी राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन करने वाले कलाकारों की राज्य सरकार में सीधी भर्ती होगी। बता दें राज्य में कलाकारों को कल्चर कोटा पर नौकरी का लाभ प्रदेश में करीब दो दशक से बंद है। यहां तक कि केन्द्र के संस्थानों मसलन रेलवे में भी कल्चर कोटा पर अंतिम नियुक्ति 2006 में ही हुई थी। इसको लेकर कलाकार लगातार राज्य सरकार, विभाग और मंत्री से मांग कर रहे थे। उनकी यह मांग पूरी होने जा रही है। बिहार सरकार जल्द ही राष्ट्रीय पुरस्कार लाओ, नौकरी पाओ का लाभ देने की तैयारी में है। फिलहाल प्रदेश के खिलाड़ियों को सरकार यह अवसर दे रही है-मेडल लाओ, नौकरी पाओ। शीघ्र ही इसे कला संस्कृति क्षेत्र में विस्तारित करने की तैयारी आरंभ हो गई है। नये साल में मौजूदा वित्तीय वर्ष में ही इसे लागू करने का कला संस्कृति विभाग का इरादा है।
कला संस्कृति मंत्री जितेन्द्र कुमार राय ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि हम लोग राज्य के गुणवान कलाकारों को नौकरी देने की गहन समीक्षा कर रहे हैं। इसे अमलीजामा पहनाने की प्रक्रिया शुरू है। सरकार की मंजूरी के बाद इसे लागू करेंगे। इससे प्रदेश की कला तथा कलाकारों के संरक्षण का माहौल बनेगा। गौरतलब है कि राज्य के खिलाड़ियों को नेशनल टाइटिल जीतने पर राज्य सरकार की सेवा में बतौर अधिकारी नियुक्ति दी जा रही है। कला संस्कृति एवं युवा विभाग के खेल निदेशालय द्वारा इसे संयोजित किया जा रहा है। विभाग ने अब राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाले प्रदर्श तथा चाक्षुष कला के कलाकारों को भी सरकार में सीधी नौकरी देने का सैद्धांतिक निर्णय ले लिया है। विभाग इसकी पूरी जवाबदेही संस्कृति निदेशालय के जिम्मे करने जा रहा है। योजना का प्रस्ताव तैयार होते ही सरकार के शीर्षस्तर पर इसकी मंजूरी ली जाएगी। तब लागू होगा। आवेदकों से ऑनलाइन आवेदन लिया जाएगा।