पूर्णिया: सांसद पप्पू यादव ने आज प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि भवानीपुर के बिजनेसमैन गोपाल यादुका हत्याकांड का सही ढंग से जांच हो और जो सच है पुलिस उसे सामने लाए। पुलिस केस में दर्ज विशाल और विकास का मामला संदिग्ध लगता है। उन्होंने कहा कि यह एक राजनीतिक षड्यंत्र भी है, इसलिए जो बड़ी मछलियां है, उसे पकड़ा जाए और उसे पकड़ने की ओर पुलिस आगे बढ़े। विदित हो की पूर्णिया के भवानीपुर में 2 जून को गोपाल यादुका की हत्या हो गई थी और इसी मामले पर सांसद पप्पू यादव ने प्रेस वार्ता कर अपनी बातों को रखा। उन्होंने कहा की पीड़ित परिवार पर प्रशासन और सरकार का ऐसा दबाव है जिससे पीड़ित परिवार परेशान है। उन्होंने कहा कि इस एनडीए गठबंधन या इंडिया गठबंधन के नजरिए से देखा जाना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार के डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी तथा होम सेक्रेटरी से लोगों को उम्मीद थी कि इस मामले में सही जांच होगी परंतु इसे राजनीतिक रंग दे दिया गया। उन्होंने यह भी बताया की इस केस के मामले में मेरी मृतक गोपाल यादुका के परिवार के दोनों भाइयों से बातचीत हुई है। यह परिवार दहशत में है।
जैसा कि मुझे बात हुई है यादुका परिवार का कहना है कि संजय भगत और गोपाल यादुका का परिवार मिलकर जमीन काम किया करते थे। संजय भगत जो गोपाल यादव का नजदीकी आदमी था, गोपाल यादुका की जमीन के लिए ब्रोकरी का काम करता था। पुलिस ने इस केस में संजय भगत का नाम दिया ही नहीं। थाने में जब इन परिवारों को बुलाया गया था और जिस हिसाब से तस्वीर दिखाई गई, उसमें बहुत बातें स्पष्ट हो गई कि मामले को इधर से उधर किया जा रहा है। विशाल और विकास का मामला कोई इन लोगों ने तस्वीरों के हिसाब से इस तरह उलझाया है कि यादुका का परिवार खुद परेशान हो गया। वास्तव में पुलिस बड़ी मछलियों को बचा रही है और राजनीतिक षड्यंत्र भी हो रहा है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि इसकी सीबीआई जांच हो। मेरी यही इच्छा है कि सही और गलत के मामले में न्याय हो। जो गलत है वह गलत है और जो सही है वह सही है।