आयोजन में दिखा भारतीय संस्कृति के विविध रंग
पूर्णिया: भारतीय नवसंत्वर का आगाज होने के अवसर को भव्य बनाने एवं जोरदार स्वागत के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई थी। भारतीय नववर्ष 22 मार्च के इस आयोजन में बडी-बडी रंगोली, पुष्प सज्जा की गेट, ग्यारह हजार दीप की सजावट एवम् जन-जन के लिए भंडारे की बड़ी व्यवस्था की गई थी। इस अवसर पर श्रीराम सेवा संघ के संयोजक राणा प्रताप सिंह ने जानकारी दी कि पूर्णिया शहर के एक लाख से अधिक घरों पर भारतीय सनातन संस्कृति की प्रतीक भगवा ध्वज पताकाएं लहराने की तैयारी हिन्दू नववर्ष 22 मार्च से 31 मार्च रामनवमीं शोभायात्रा के दिन तक की जा रही है। कार्यक्रम स्थल लाइन्स क्लब दुर्गा मंदिर में भारतीय संस्कृति की एतिहासिक विरासत एवं भव्यता को प्रदर्शित की गई थी। केसरिया वस्त्र पहने हाथों में पताका लिए माताएं, बहने व पुरुष की उपस्थिति कार्यक्रम को आकर्षक बना रही थी। नव वर्ष के दीपोत्सव के अवसर पर प्रांगण में रंग और अभी से मसान की आकृति बनाई गई, एक सुंदर कलश की तस्वीर बनाई गई है तथा पवन पुत्र हनुमान की तस्वीर को भी बहुत सुंदर ढंग से सजाया गया है, श्री राम जी की तस्वीर की अलग ही अलौकिक छटा दिख रही थी।

अशोक वाटिका भी बनाई गई है, जिसमें माता सीता वहां बैठी हुई है। बतादे की इस तस्वीर को बनाने में यहाँ के प्रसिद्ध चित्रकार गुल्लू दा की कला की छटा अद्भुत दृश्य बिखेर रही थी। समाज सेवी रविंद्र साह अपने टीम के साथ रंगोली बनाने में काफी मेहनत की। सैकड़ों महिलाओं और पुरुष ने दीप में तेल डाला और दीप प्रज्वलित की। संध्या 06:30 बजे से दीप प्रज्वलन प्रारंभ कर दी गई थी। इस अवसर पर संपूर्ण हिंदू समाज के संगठन को भी आमंत्रित किया गया था। मंदिर के बगल में पार्किंग व्यवस्था भी रखी गई थी। स्वागतकर्ता में संचालक आतिश सनातनी, कोषाध्यक्ष राहुल राज, कूंदन मंडल, मनीष बाबा, राजेश रंजन, मनीष राज, राम शर्मा, राजु पाल, संजय दास, विजय कुमार, पंकज दत्ता, सुरज यादव, सन्नी राय, दीपु सिंह, सचिन साह, गोलू, पप्पू गुप्ता, सूमित रंजन के साथ सैकड़ों संघ सदस्य मौजूद थे। राकेश कुमार राय, शशि कुमार, डॉ आलोक एवं एडवोकेट अरुण कुमार, दिवाकांत झा इत्यादि ने भी अपनी ओर से व्यवस्था में मदद की।




