सहरसा, अजय कुमार: व्यवहार न्यायालय सहरसा के वकालत खाना में विद्वान अधिवक्ताओं ने एम्स निर्माण संघर्ष समिति सहरसा के अध्यक्ष विनोद कुमार झा एवं संरक्षक सह पूर्व जिला पार्षद प्रवीण आनन्द की भूरी भूरी प्रशंसा कर कहा कि जहां कोशी के बङे बङे राजनीतिक हस्ती एम्स सहरसा पर चुप हैं। ये दोनों सहरसा के लाल अंतिम दम तक सङक, सदन और न्यायपालिका तक पिछले आठ वर्षों से अपने सभी कार्य को छोङकर लगे हुए हैं। आज इनके संघर्ष का ही परिणाम है कि एम्स सहरसा पर माननीय उच्च न्यायालय ने संज्ञान लिया और कल 18 मार्च को अगली सुनवाई होगी।
हमलोग ही नहीं सम्पूर्ण सहरसा की जनता इनके साथ हैं। निश्चित रूप से माननीय उच्च न्यायालय का फैसला सहरसा के पक्ष में आएगा। क्योंकि सभी सक्षम प्रमाण सहरसा एम्स के लिए उपयुक्त है। अधिवक्ता समाज ने सभी राजनीतिक व्यक्तित्व एमपी, एमएलए, मंत्री से एम्स सहरसा पर इनका साथ देने का आग्रह किया है एवं एम्स सहरसा के बीच किसी प्रकार का राजनीति कूटनीति के बिना इसे सफल प्रयास किया जाय। वरना सहरसा में स्वास्थ्य व्यवस्था और चरमरा जाएगी।