पूर्णिया: पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव के दौरान किया गया उनका वादा याद दिलाया और कोसी, सीमांचल व मगध को विशेष पैकेज देने की मांग कर दी। पप्पू यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री जब पहली बार बिहार आये थे, तब गाँधी मैदान, पटना और आरा में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था। लेकिन सत्ता में आने के बाद बिहार को भूल गये। इसलिए मेरा आग्रह है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले। उन्होंने कहा था कि बिहार को अपना बनायेंगे। इसलिए कोसी, सीमांचल और मगध को विशेष पैकेज दिया जाए। पप्पू यादव ने सदन में पीठासीन कृष्णा प्रसाद टेनेटी के समक्ष उक्त मांग को रखा। पप्पू यादव ने जातिगत जनगणना कराने की भी मांग की और कहा कि जब बिहार में इंडिया गठबंधन की सरकार थी, तब जो जातिगत जनगणना हुआ। उसके अनुसार, गरीब और गरीबों की हालात अच्छी नहीं थी। इसलिए हमारी मांग है कि देश भर में जनगणना कराया जाए।
पप्पू यादव ने सदन को संबोधित करते हुए आंगनबाड़ी, ममता, आशा, रसोइया की भी चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी, ममता, आशा, रसोइया की हालत बेहद खराब है। लेकिन इस पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। हम सरकार से आग्रह करेंगे कि उनके साथ ईमानदारी नीति बने और उन्हें सम्मानजनक दर्जा दिया जाए। सांसद ने कहा कि बिहार में जल नल योजना बर्बाद हो गया है। इस ओर भी मैं सदन का ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूँ। उन्होंने दलित और आदिवासी को ओडीएफ का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आखिर बिहार के साथ इतनी नफरत क्यों है? पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर प्रधानमंत्री जी इतने ही यशस्वी हैं, तो फिर कांग्रेस चालीसा, नेहरु – इंदिरा – राहुल चालीसा बंद करिए ना। अपने प्रति ईमानदार बनिए ना. आखिर क्यों प्रधानमंत्री जी को गरीबों की चिंता नहीं है? वे अगर इतने सशक्त हैं, तो आज भी 84 करोड़ लोगों को अरवा चावल क्यों देना पड़ रहा है?