सहरसा, अजय कुमार : लोक स्वास्थ्य अभिकरण पीएचईडी विभाग द्वारा जल नल योजना से शुद्ध पानी मुहैया कराना सरकार का संकल्प है।वही आम जनता की अति आवश्यक जरूरत है। इसके लिए सात निश्चय कार्यक्रम के तहत शहर के सभी वार्डो में लाखों की लागत से पानी प्लांट लगाया गया है और लग भी रहा है।जबकि प्लांट शुद्ध पानी दे रहा है कि नहीं और आम जनता को शुद्ध पानी मिल रहा है कि नहीं। इसकी स्थलीय जांच कराने और समाधान करने की मांग कोशी विकास संघर्ष मोर्चा ने मंत्री जी से किया। दूषित पानी पीने से कोशी प्रक्षेत्र बीमारियों का कारखाना बनते जा रहा है।जिसमें कैंसर पीलिया , महिलाओं में यूटरस की बीमारी यहां तक की अब घेघ की बीमारी और कुपोषण भी अपना अड्डा बना रहा है।पानी प्लांट नीला से पीला हो गया है लेकिन शासन प्रशासन को जनता के स्वास्थ से कोई लेना देना नहीं है।
प्लांट अपने खुद ही कई बिमारियों से जूझ रही है।कहीं कैमिकल नहीं है तो कहीं ऑपरेटर की लापरवाही से प्लांट बंद है। कहीं कहीं तो फिल्टर पानी की जगह मोटर का दिया जा रहा है । कोशी प्रक्षेत्र में सिर्फ आयरन का फिल्टर लगा है जबकि यहां की पानी में आर्सेनिक भी है। कोशी विकास संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष विनोद कुमार झा और संरक्षक प्रवीण आनंद ने बताया कि स्वस्थ जीवन के लिए सभी लोगों को शुद्ध पानी की आवश्यकता है।विभागीय मंत्री नीरज कुमार सिंह बब्लू कोशी प्रक्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन्हें सौभाग्य से बहुत ही अच्छा मंत्रालय मिला है।मानवता की रक्षा करने की जिम्मेवारी मिली है । वर्तमान समय में दूषित पानी पीने से कई प्रकार की बिमारियों से आम जनता कराह रही है।