प्रतिनिधि अंग इंडिया । प्रयागराज उ.प्र: Maha Kumbh 2025 सनातन धर्म के विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक आयोजन महाकुंभ 2025 का आज से प्रयागराज में भव्य आगाज हो गया है। त्रिवेणी संगम के पवित्र तट पर हर-हर महादेव और जय श्रीराम के जयकारों के बीच पहले ही दिन करीब एक करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया। प्रयागराज के जिलाधिकारी रविंद्र मांदर ने बताया कि श्रद्धालुओं का आना लगातार जारी है और व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हैं। कल 14 जनवरी को होने वाले पहले अमृत स्नान के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। मकर संक्रांति के इस पावन अवसर पर सर्वप्रथम अखाड़ों के संत-महंत स्नान करेंगे। भीड़ प्रबंधन को देखते हुए प्रसिद्ध लेटे हुए हनुमान मंदिर को बंद रखने का निर्णय लिया गया है, हालांकि श्रद्धालु मंदिर के बाहर से दर्शन कर सकेंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस 45 दिवसीय विशेष आध्यात्मिक आयोजन को भारत की सांस्कृतिक विरासत का गौरवपूर्ण प्रमाण बताया है। उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम में पहुंचे सभी श्रद्धालुओं, संतों और महात्माओं का स्वागत किया। महाकुंभ की विशेषता यह है कि इसमें न केवल देश के कोने-कोने से बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन से आए एक श्रद्धालु ने प्रयागराज की साफ-सुथरी सड़कों और यहां के मिलनसार लोगों की प्रशंसा की। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने महाकुंभ को सनातन का प्रतीक बताते हुए कहा कि यहां पवित्र डुबकी लगाने से जीवन स्वच्छ हो जाता है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिलीप जायसवाल ने बताया कि बिहार से लाखों लोग महाकुंभ में शामिल होने जा रहे हैं।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर महाकुंभ की शुभकामनाएं दीं और इसे पौष पूर्णिमा का पावन अवसर बताया। 26 फरवरी तक चलने वाले इस महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाओं के व्यापक इंतजाम किए हैं। संगम नगरी में सनातन धर्म की अनूठी छटा बिखरी हुई है और हर कोई पवित्र स्नान का लाभ उठाने के लिए उत्सुक है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाकुंभ का विशेष महत्व है और यहां स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष परिवहन व्यवस्था, आवास, भोजन और चिकित्सा सुविधाओं का प्रबंध किया है। साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि यह आयोजन सुचारू रूप से संपन्न हो सके।