सहरसा, अजय कुमार: विनोवा आश्रम के संस्थापक सदस्य एवं सर्वोदय आंदोलन में अपना जीवन खपा देने वाले चक्रमणि सिंह के निधन पर विनोबा आश्रम से जुड़े सदस्यों एवं सर्वोदय आंदोलन से जुड़े लोगों ने गहरी संवेदना प्रकट की है। विनोबा आश्रम ट्रस्ट के अध्यक्ष विकास कुमार सिंह ने कहा कि उन्होंने अपना जीवन सर्वोदय और भूदान आंदोलन के लिए लगा दिया। वे अन्य लोगों को भी सर्वोदय विचार के लिए प्रेरित करते रहते थे। वे कांग्रेस के बड़े नेता एवं सर्वोदय विचारक पंडित राजेंद्र मिश्र से जुड़े रहे और आजन्म उनके विचारों को बढ़ाते रहे। आश्रम के संरक्षक मंडल सदस्य दिवाकर सिंह एवं अरविंद कुमार झा ने कहा कि सर्वोदय आंदोलन और भूदान आंदोलन के लिए ‘फल-निरपेक्ष कर्तव्य’ पर चलने वाले चक्रमणि बाबू के निधन की खबर काफी दु:खद है। वे विनोबा आश्रम के प्रबंधक ही नहीं अभिभावक के रूप में थे।
उल्लेखनीय है कि विनोबा आश्रम में आचार्य विनोबा भावे, जयप्रकाश नारायण ,शिवराज, ठाकुरदास बंग, बाल विजय भाई आदि सैकड़ों देश के बड़े नेताओं का आना जाना लगा रहता था। समय के साथ परिस्थितियां बदली लेकिन चक्रमणि बाबू ने अपना विचार कभी नहीं बदला। उनके निधन पर प्रो महेंद्र झा ने भी गहरी संवेदना व्यक्त की है और कहा कि वे उनके विचारों से प्रभावित थे। सर्वोदय और भूदान आंदोलन के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित दिया।उनके निधन पर विनोवा आश्रम से जुड़े ज्योति कुमार सिंह, संजय राणा, दीपक कुमार सिंह, सुरेश कुमार सिंह, संदीप कुमार मिश्रा, रामचंद्र साह, राजेंद्र भाई, प्रणव कुमार सिंह आदि ने भी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।