सहरसा, अजय कुमार: सहरसा स्टेडियम के बाहरी हिस्से में जिला पदाधिकारी के नाम अल्पसंख्यक अधिकार मंच द्वारा अपने राज्यव्यापी आह्वान पर सोमवार को एक दिवसीय विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया।अपनी 13 सूत्री मांगों का स्मार पत्र जिला पदाधिकारी को एक प्रतिनिधि मंडल द्वारा समर्पित कर आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित किया गया। ।अल्पसंख्यक अधिकार मंच के मुख्य संरक्षक एम आर रहमान की अध्यक्षता में संचालित धरना प्रदर्शन को संबोधित कर मंच के संयोजक तौहीद आलम ने कहा कि जब से मोदी की सरकार केंद्र की सत्ता पर काबिज हुई है। तब से अकलियतों पर चौतरफा हमले तेज हो गया है।शैक्षणिक, राजनीतिक, आर्थिक एवं समाजिक सभी स्तरों पर इनको कुचलने की साजिश चल रही है। सच्चर कमेटी एवं रंगनाथन कमिटी की सिफारिशों को ठंडे बस्ते में सड़ने को फेंक दिया है। हाल के केंद्रीय बजट में अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिए निर्धारित राशि में 38% की कटौती कर इनके विकास की राहें बंद करने की एक तरह से घोषणा कर दिया है। जंगे आजादी में अपना सब कुछ कुर्बान कर देने वाले इस जमात को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने पर बीजेपी एवं आर एस एस तुली हुई है। अल्पसंख्यक अधिकार मंच इस गहरी साजिश के खिलाफ अनवरत संघर्ष करती रहेगी।
सभा को संबोधित कर अल्पसंख्यक मंच के सह संयोजक एवं मोबारकपुर पंचायत के सरपंच नौशाद आलम ने कहा सरकार सबका साथ सबका विकास एवं मन की बात तो करती है, परंतु अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव कर रही है ।अपने ही मूल्क में अकलियतों को पूर्व से मिलने वाली सभी तरह की सुविधाएं एवं अधिकार से वंचित करने की साजिश चल रही है।धरना प्रदर्शन का समर्थन करते सीपीएम जिला सचिव रणधीर यादव ने कहा देश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के सहारे देश की गंगा जमुनी संस्कृति को तोड़ने की साजिश चल रही है।देश के संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म कर बीजेपी की सरकार संघ वादी विचारधारा को देश पर थोपना चाहती है।उन्होंने कहा सभी धर्म संप्रदाय जात पात के लोगों को आपसी भेदभाव भुलाकर देश की संघीय एवं लोकतांत्रिक व्यवस्था को बचाने हेतु आगे आना होगा। धरना प्रदर्शन को अधिकार मंच के नेता मुर्शीद आलम, रियाज आलम ,नसीम मिस्त्री, मोहम्मद सोनू ,शकील अहमद खान ,रेहान खान उर्फ रिंकू,जुबेर आलम, अशफाक अंसारी,यूनुस भारती ,मोहम्मद अली, मोहम्मद नजीर, मोहम्मद जब्बार ,मोहम्मद असलम आदि वक्ताओं में भी संबोधित किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन किसान नेता गणेश प्रसाद सुमन ने किया।