- पीएसए ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट सहित कई अन्य की हुई मॉक ड्रिल:
- कोरोना जांच को लेकर दिया गया आवश्यक दिशा-निर्देश: सिविल सर्जन
- मॉक ड्रिल के माध्यम से सभी तरह की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए दिया गया दिशा-निर्देश:
पूर्णिया: कोरोना की लहर से जिलेवासियों को सुरक्षित एवं बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। जिसको लेकर विभागीय स्तर पर तैयारियों की समीक्षा एवं गहनतापूर्वक जांच के लिए कोरोना प्रबंधन की तैयारियों को लेकर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल परिसर स्थित अस्पताल सहित जिले के सभी अनुमंडलीय अस्पताल, रेफ़रल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मॉक ड्रिल का आयोजन सिविल सर्जन सहित जिले के वरीय चिकित्सा पदाधिकारियों के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी, एसीएमओ डॉ आरपी मंडल, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, एपेडिमियोलॉजिस्ट नीरज कुमार निराला, डीपीसी सुधांशु शेखर सहित संबंधित अस्पताल के एमओआईसी, बीएचएम के अलावा कई अन्य कर्मी उपस्थित थे।
- कोरोना जांच को लेकर दिया गया आवश्यक दिशा-निर्देश: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य मुख्यालय से जारी दिशा-निर्देश के आलोक में जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में मॉक ड्रिल हुई है। स्थानीय जिला मुख्यालय स्थित अस्पताल में बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था पहले से ही उपलब्ध है। क्योंकि विगत वर्ष कोरोना संक्रमण काल के दौरान सभी बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई के लिए पाइप लाइन की व्यवस्था सुचारू रूप से दी जा रही है। कोरोना को देखते हुए जिले में कोविड-19 जांच की संख्या भी बढ़ा दी गई है। दूसरे राज्यों या जिलों से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन के साथ ही विभिन्न चौक चौराहों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना जांच के लिए लगायी गयी है। ताकि कोरोना के प्रसार को काफ़ी हद तक रोका जाए। इसके अलावा कोरोना से निबटने के लिए भारत सरकार तथा राज्य सरकार से जो भी नया गाइड लाइन जारी किया जा रहा उसका अक्षरशः पालन किया जाएगा।


- मॉक ड्रिल के माध्यम से सभी तरह की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए दिया गया दिशा-निर्देश: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ चौधरी ने बताया कि मॉकड्रिल में कोरोना प्रबंधन से जुड़ी सभी तरह की आवश्यक जानकारियों को नज़दीक से परखा गया है। जिले में क्षेत्रवार स्वास्थ्य केंद्रों में सभी तरह की उपलब्धता तथा कोरोना मरीजों के लिए अलग से बेड की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किया गया है। जिले के विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन, आईसीयू तथा वेंटिलेटर बेड एवं मानव संसाधनों की उपलब्धता और प्रशिक्षण सुनिश्चित किया गया है। खासकर इसमें वेंटीलेटर, पीएसए संयंत्रों का संचालन शामिल है। मॉक ड्रिल के दौरान रेफरल सेवाओं को भी परखा गया। पीएसए संयंत्रों की सक्रियता, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की गई। लॉजिस्टक से जुड़ी सुविधाओं की जांच की गई। जिसमें दवा, आइसोलेशन किट, एन-95 मास्क, पीपीई किट, सैनिटाइजर की जिले में पर्याप्त संख्या में उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।



