पटना : राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के प्रश्नपत्र लीक होने का मामला सामने आया है। इस घोटाले का जाल बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ है। जांच एजेंसियों ने तीन प्रमुख स्थानों की पहचान की है, जहां से यह अपराध अंजाम दिया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, घोटाले का मुख्य आरोपी संजीव मुखिया है, जो नालंदा, बिहार का रहने वाला है। उसके दो सहयोगी अमित आनंद और नीतीश भी गिरफ्तार किए गए हैं। एक अन्य आरोपी सिकंदर, जो एक सरकारी कर्मचारी था, ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई। जांच में पता चला है कि प्रश्नपत्र के उत्तर मोबाइल फोन पर भेजे गए और फिर पटना के एक निजी स्कूल में छात्रों को रटाए गए। इसके अलावा, एक सरकारी गेस्ट हाउस में भी कुछ संदिग्ध गतिविधियां हुईं।
इस बीच, मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। विपक्षी दलों ने सरकार पर आरोप लगाए हैं कि वह घोटाले को दबाने की कोशिश कर रही है। दूसरी ओर, सत्ताधारी दल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि जांच निष्पक्ष तरीके से की जा रही है। पुलिस ने पटना के एक फ्लैट से महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए हैं। साथ ही, उत्तर प्रदेश की मेरठ जेल में बंद रवि अत्री नाम के एक कुख्यात अपराधी के इस मामले से जुड़े होने की आशंका जताई गई है। अधिकारियों का कहना है कि कई आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। यह घोटाला देश की शिक्षा व्यवस्था में मौजूद खामियों को उजागर करता है और इस पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है।