पटना, बिहार: बिहार में बढ़ते अपराध और लगातार गिर रहे पुलों को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) जहां एनडीए सरकार पर हमलावर है, वहीं सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इसके लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहरा रही है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने हाल ही में बिहार में बढ़े अपराध का आंकड़ा पेश करते हुए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “गोपालगंज में मां के सामने बेटे की हत्या, मधुबनी में दबंगों द्वारा महिला की पिटाई से मौत, बांका में महिला की पत्थर से कुचलकर हत्या… यह है बिहार में डबल इंजन वाली सुशासन की सरकार।”
इसके जवाब में, सत्ता पक्ष ने लालू-राबड़ी शासनकाल का हवाला देते हुए दावा किया कि वर्तमान में प्रदेश की स्थिति बेहतर है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को कानून का सामना करना पड़ रहा है। 2005 में सत्ता परिवर्तन के बाद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कानून व्यवस्था में सुधार का वादा किया था। शुरुआती वर्षों में अपराध में कमी आई, लेकिन हाल के वर्षों में फिर से बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसी बीच, बिहार में एक सप्ताह के भीतर लगभग एक दर्जन पुल-पुलिया के गिरने की घटनाओं ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। विपक्ष ने इसे सरकार की विफलता बताया है। विश्लेषकों का मानना है कि अपराध और बुनियादी ढांचे की समस्याएं बिहार के विकास में बड़ी चुनौतियां हैं। आने वाले दिनों में इन मुद्दों पर राजनीतिक बहस और तेज होने की संभावना है।