सीतामढ़ी: बिहार के प्रसिद्ध तीर्थस्थल पुनौरा धाम के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। मां जानकी की जन्मस्थली के रूप में विख्यात इस स्थान को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र बनाने की योजना तेजी से आगे बढ़ रही है। इस संबंध में, मंदिर के आसपास बेहतर पर्यटकीय सुविधाओं के विकास एवं आधारभूत संरचना के निर्माण के लिए 50 एकड़ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बतादे की 22 जून को पर्यटन विभाग की टीम ने सीतामढ़ी के जिला पदाधिकारी रिची पांडेय के साथ स्थल का निरीक्षण किया था। इस दौरान मंदिर के करीब 50 एकड़ भूमि को अधिग्रहण के लिए चिह्नित किया गया और जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को इस दिशा में कार्रवाई शुरू करने के आदेश दिए गए। पर्यटन विभाग की ओर से पुनौरा धाम मंदिर के विकास के लिए 72.47 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है।
इस योजना के तहत निम्नलिखित विकास कार्य किए जाएंगे:
परिक्रमा पथ का निर्माण, सीता वाटिका का विकास, लव-कुश वाटिका का निर्माण, जानकी महोत्सव क्षेत्र का विकास, सुंदर वास्तुशिल्प से सुसज्जित दीवारों का निर्माण,आधुनिक पार्किंग सुविधाओं का विकास, अन्य पर्यटकीय सुविधाओं का निर्माण।
बिहार पर्यटन विकास निगम के महाप्रबंधक अभिजीत कुमार ने कहा, “इस विकास से न केवल पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि सरकार को राजस्व भी मिलेगा। साथ ही, आसपास के क्षेत्रों में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और व्यापार की नई संभावनाएं भी सृजित होंगी।” वर्तमान में रामायण परिपथ के अंतर्गत अयोध्या आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक निश्चित रूप से मां जानकी की जन्म भूमि के दर्शन के लिए पुनौरा धाम पहुंचते हैं। इस संबंध को और मजबूत करने के लिए अयोध्या से पुनौरा धाम को जोड़ने वाला एक नया राष्ट्रीय राजमार्ग भी बनाया जा रहा है। स्थानीय निवासी राजेश कुमार ने इस विकास पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “हमें उम्मीद है कि इस विकास से हमारे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और हमारे पवित्र स्थल को विश्व स्तर पर पहचान मिलेगी।” यह प्रोजेक्ट बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है, जिसका उद्देश्य राज्य को एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करना है। पुनौरा धाम के इस नए स्वरूप से न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी एक नई पहचान मिलेगी।