पूर्णिया: PURNIA BREAKING पुलिस परिवार परामर्श केंद्र ने एक बार फिर टूटे हुए परिवारों को एकजुट करने में सफलता हासिल की है। हाल ही में केंद्र ने तीन जटिल पारिवारिक मामलों को सुलझाया, जिसमें लंबे समय से अलग रह रहे दंपतियों को फिर से साथ लाया गया। मुस्लिम टोला छोटी तरौनी बरदेला की शबनम खातून का मामला सबसे चुनौतीपूर्ण था। उनके पति ने तीन शादियां की थीं और 10 वर्षों से परिवार को छोड़ रखा था। केंद्र के हस्तक्षेप के बाद, पति ने हर महीने ₹2000 देने का वादा किया, जिसके बाद पत्नी साथ रहने को तैयार हो गई। बेलगाछी डगरूआ के एक दंपति का मामला भी सामने आया, जहां 15 साल की शादी और 5 बच्चों के बाद भी पारिवारिक हिंसा के आरोप लगे थे। केंद्र की मध्यस्थता के बाद, पत्नी घर लौटने को राजी हुई।
फलका थाना क्षेत्र से एक मामला आया जहां पत्नी ने पति पर आर्थिक उपेक्षा और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था। दोनों पक्षों को सुनने के बाद, केंद्र ने उन्हें समझौते के लिए राजी किया। केंद्र के सदस्य अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वैश्य, बबीता चौधरी, रविंद्र शाह, जीनत रहमान, प्रमोद जायसवाल, नारायण गुप्ता और पीटीसी रीना कुमारी ने इन मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस अधीक्षक SP उपेंद्रनाथ वर्मा ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “यह केंद्र समाज में सद्भाव बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हमारा लक्ष्य है कि परिवार टूटने की बजाय मजबूत हों।” यह पहल दर्शाती है कि कैसे मध्यस्थता और संवाद के माध्यम से पारिवारिक विवादों को सुलझाया जा सकता है, जिससे न केवल परिवार बल्कि पूरा समाज लाभान्वित होता है।