पूर्णिया/रूपौली/अभय कुमार सिंह : जननेता या जनप्रतिनिधि विकास की बड़ी -बड़ी बातें किया करते हैं, परंतु प्रायः इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही देखा जाता रहा है । ऐसा ही नजारा मुख्यालय से महज एक किलोमीटर दूर नगर पंचायत क्षेत्र में पडनेवाला प्राथमिक विद्यालय, हरिजन गिद्धा पेश कर रहा है । आधी शताब्दी से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी इस विद्यालय तक पहुंचने के लिए आज भी खेतों का आल भी सही रूप से नहीं है ।
इसका मुख्य कारण है कि इस विद्यालय में समाज के सबसे निचले पायदान पर रहनेवालों के बच्चे पढने आते हैं । इस संबंध में यहां के अभिभावक कहते हैं कि हमेशा ही विद्यालय तक जाने के लिए सड़क की आवाजें उठती रही हैं । जननेता से जनप्रतिनिधि, लोग जरूर बन जाते हैं, परंतु उनकी समस्या को वे भूल जाते हैं । गिद्धा एसएच 65 से सोनदीप जानेवाली सड़क से महज सौ मीटर की दूरी पर विद्यालय है ।
यहां तक पहुंचने के लिए सही रूप से खेतों का आल भी नहीं है । इतना ही नहीं इस आल के दोनों ओर के किसान कंटीले तारों का बाड भी लगा देते हैं, जिससे बच्चे कभी-कभी इन तारों में उलझकर घायल भी हो जाया करते हैं । इस समस्या को दूर करने के लिए सभी से गुहार लगायी, परंतु किसी ने इसओर ध्यान नहीं दिया है । आल के दोनों ओर के किसानों से भी गुहार लगायी गई, परंतु वे भी जमीन देने को नहीं मान रहे हैं ।
प्रधानाध्यापक कुंदन कुमार ने भी बताया कि सही रूप से रास्ता नहीं होने से बच्चों सहित शिक्षकों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है । उन्होंने सरकार से मांग की कि वह इस विद्यालय तक जाने के लिए जमीन का अधिग्रहण कर सड़क बनवाए, ताकि बच्चों को विद्यालय पहुंचने में आसानी हो सके ।