पूर्णियाँ, वि० सं० अरुण कु० सिंह: PURNIA NEWS जाने-माने वारिए अधिवक्ता स्व० मो० मुस्लिम को दी गई भाव-भीनी श्रद्धांजलि। उनका 29 अगस्त को संध्या 05.30 बजे लम्बी बिमारी के बाद लगभग 81 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया। परंपरा के अनुसार गुरुवार को उनके प्रति शोक-संवेदना व्यक्त करते हुए जिला अधिवक्ता संघ के तमाम अधिवक्ताओं ने अपने-आप को न्यायिक कार्यों से अलग रखा। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश कु० तिवारी की अध्यक्षता में दिन के 01:30 बजे संघ के प्रशाल में एक शोक-सभा का आयोजन कर उनकी आत्मा की शांति हेतु श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। इस मौके पर संघ के महासचिव सुमन जी प्रकाश एवं अन्य अधिवक्ता गण उपस्थित थे। संघ के अध्यक्ष अवधेश कु० तिवारी ने स्व० मो० मुस्लिम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वे काफी मिलनसार, नेक-दिल, विद्वता से भरपूर और सादगी के प्रतिमूर्ति थे। उनका निधन अधिवक्ता संघ के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने वर्ष 1968 में अधिवक्ता संघ की सदस्यता ग्रहण की थी। वे अपने पीछे विधवा पत्नी शाहेदा खातून व 2 पुत्र एवम 3 पुत्री छोड़ गए हैं। बड़े पुत्र मो० शैदुल हक अपने ही संघ में अधिवक्ता एवम छोटे पुत्र मो० शाहनवाज शिक्षक हैं। उनकी सभी संतानें शादी सुदा एवम सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
उधर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायिक कक्ष में भी संध्या 04.00 बजे एक संयुक्त शोक-सभा का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में न्यायिक पदाधिकारी और अधिवक्ता गण शामिल हुए तथा 2 मिनट का मौन रखकर अधिवक्ता स्व० मो० मुस्लिम के आत्मा की शांति हेतु श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। आपको बता दें कि अधिवक्ता संघ में गुरुवार को भी लोकप्रिय वयोवृद्ध अधिवक्ता सह संघ के पूर्व महासचिव और अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद चौधरी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई थी। उनके लोकप्रियता का यह आलम था कि वे अधिवक्ता संघ के कई बार महासचिव और अध्यक्ष चुने गए और हर बार उन्होंने अपने दायित्व का सफलतापूर्वक निर्वहन किया और तमाम अधिवक्ताओं के उम्मीदों पर खड़ा उतारे। शुक्रवार दोपहर में माहौल और भी गमगीन हो गया जब लोकप्रिय अधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद चौधरी के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन हेतु अधिवक्ता संघ में लाया गया। पार्थिव शरीर आते ही अधिवक्ताओं की भीड़ उनके अंतिम दर्शन और पुष्प अर्पित करने हेतु उम्र पड़ी।
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