PURNIA NEWS स्वास्थ्य विभाग द्वारा कालाजार ग्रसित मरीजों की पहचान करते हुए चिन्हित मरीजों को आवश्यक उपचार सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 27 नवंबर से 07 दिसंबर तक जिले के सभी प्रखंडों में घर-घर कालाजार रोगी खोज अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान आशा दीदी द्वारा क्षेत्र के सभी घरों का भ्रमण करते हुए कालाजार ग्रसित मरीजों की पहचान किया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सहयोगी संस्था पिरामल स्वास्थ्य के सहयोग से सभी प्रखंड के स्वास्थ्य कर्मियों और आशा दीदियों को प्रशिक्षित किया गया है। खोज अभियान के अंतर्गत आशा दीदियों द्वारा लोगों को ग्राम स्तर पर लक्षण के अनुसार कालाजार की निःशुल्क जांच सुनिश्चित की जाएगी। जांच में पॉजिटिव पाए जाने पर संबंधित मरीजों को विशेष जांच और उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा जाएगा जहां से मरीजों को निःशुक्ल उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। समय पर जांच और उपचार कराने से लोग कालाजार बीमारी से सुरक्षित होकर स्वस्थ और सुरक्षित जीवन का लाभ उठा सकेंगे।
15 दिनों से ज्यादा बुखार होना हैं कालाजार ग्रसित होने के लक्षण :
सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने कहा कि 15 दिन से ज्यादा बुखार पीड़ित व्यक्ति जिन्होंने बुखार के दौरान मलेरिया की दवा या एंटीबायोटिक दवा का सेवन करने के बाद भी बुखार से ठीक नहीं हुए हैं कालाजार बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं। इसके अलावा भूख में कमी, उदर का बड़ा होना एवं शरीर का काला पड़ना भी कालाजार ग्रसित होने के लक्षण हैं। ऐसे लोगों को आशा दीदियों या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों से जांच कराना सुनिश्चित करना चाहिए। सामान्य लोगों के साथ साथ ऐसे लोग जो पहले भी कालाजार ग्रसित होते हुए अपना इलाज कराया हो फिर भी बुखार के साथ कालाजार के लक्षण दिखाई दे रहे हो कालाजार ग्रसित हो सकते हैं। इसके अलावा पूर्व में कालाजार का उपचार करा चुके ऐसे व्यक्ति जिन्हें बुखार नहीं हैं लेकिन उनके शरीर के चमड़ों में चकत्ता अथवा दाग हो ऐसे व्यक्ति भी कालाजार से ग्रसित हो सकते हैं। ऐसे लोगों को आशा दीदियों द्वारा चिन्हित करते हुए कालाजार ग्रसित पाए जाने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों से जांच और उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। नियमित जांच और उपचार कराने से लोग कालाजार से सुरक्षित हो सकते हैं।
सभी 14 प्रखंड के 123 गांव में रहने वाले 01 लाख 59 हजार 688 लोगों की होगी जांच :
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आर पी मंडल ने बताया कि कालाजार रोगी खोज अभियान द्वारा सभी प्रखंडों में लक्षण के अनुसार पाए जाने वाले कालाजार पीड़ित मरीजों को नजदीकी अस्पताल से जांच और उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए जिले के प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सभी सुविधा उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर घर कालाजार मरीज खोज अभियान में सभी 14 प्रखंड के 123 गांवों में 137 आशा दीदियों और 85 आशा फेसिलेटरों द्वारा 34 हजार 269 घरों में विजिट करते हुए 01 लाख 59 हजार 688 लोगों का कालाजार जांच सुनिश्चित किया जाएगा। सभी चिन्हित गांवों में पूर्व में कालाजार ग्रसित मरीज पाए गए थे। इसलिए ऐसे गांवों में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उपस्थित लोगों की जांच करते हुए चिन्हित मरीजों को अस्पताल में उपचार के लिए आवश्यक दवा सुविधा निःशुक्ल उपलब्ध कराई जाएगी।
चिन्हित मरीजों को अस्पताल से उपलब्ध कराई जाएगी निःशुक्ल उपचार :
डॉ मंडल ने बताया कि 15 दिनों से ज्यादा दिनों का बुखार होने पर कालाजार पीड़ित मरीजों (भीएल) को कालाजार से उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिंगल डोज एम्बिसोम इंजेक्शन दी जाएगी। जबकि बुखार नहीं रहने और शरीर के चमड़ों में दाग या चिकत्ता ग्रसित कालाजार पीड़ित मरीजों (पीकेडीएल) ग्रसित मरीजों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपचार के लिए 84 दिन के लिए मोल्टी फोसिंन की दवा सूबह शाम खाने के लिए दिया जाता है जिससे उसका दाग धब्बे हट जाते हैं। नियमित दवा का सेवन करने से लोग कालाजार ग्रसित होने से सुरक्षित हो सकते हैं।
सरकारी अस्पताल से उपचार के बाद उपलब्ध कराई जाती है सहयोग राशि :
भीडीसीओ रवि नंदन सिंह ने बताया कि कालाजार पीड़ित मरीजों द्वारा प्रखंड के सरकारी अस्पताल से जांच और उपचार कराने पर संबंधित मरीजों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा श्रम क्षति पूर्ति के रूप में सहयोग राशि का लाभ उपलब्ध कराई जाती है। अस्पताल से उपचार के बाद 15 दिन से अधिक बुखार होने पर कालाजार पीड़ित मरीजों (भीएल) को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 6600 रुपया एवं भारत सरकार की ओर से 500 रुपया सहायता राशि के रूप में उपलब्ध कराई जाती है। बुखार नहीं रहने और शरीर के चमड़ों में दाग या चिकत्ता ग्रसित कालाजार पीड़ित मरीजों (पीकेडीएल) को सरकारी अस्पतालों में उपचार कराने पर श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में भारत सरकार की ओर से 4000 रुपये की सहयोग राशि सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। जिले में कालाजार के लक्षण दिखाई देने पर लोगों द्वारा नजदीकी अस्पताल से जांच और उपचार कराते हुए सरकारी सहयोग राशि सुविधा का लाभ उठाना चाहिए।