पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: PURNIA NEWS समेकित बालविकास परियोजना अब सेविकाओं को बस दर्द ही देना जानता है, अब यह दर्द उनके चेहरे पर स्पष्ट देखने को मिल रहा है। पहले मोबाइल, फिर गैस कनेक्शन, अब बच्चों को मापनेवाली मशीन दर्द देने लगी है। यह बता दें कि सीडीपीओ कार्यालय द्वारा पहले मोबाइल चलाने के लिए दिया गया, जो बस लिखो-फेको की तरह ही रहा तथा उससे एक भी काम आजतक किसी सेविकाओं का नहीं हो पाया। नतीजा सेविकाओं को आंगनबाडी के समये के बाद अपना सभी काम छोडकर मुख्यालय पहुंचना पडता है तथा इसके एवज में एक सौ रूपये देकर डाटा ऑपरेटर से काम कराना पडता है।
यद्यपि इसको लेकर उनके द्वारा डाटा ऑपरेटर दिलीप कुमार द्वारा प्रति फाॅर्म 100 सौ रूपये वसुलने का लिखित आरोप भी सीडीपीओं को दिया गया था। इसके बाद बिना शिविर लगाए, बिना कमिटी गठन किये ही तथा बिना गैस कनेक्शन के कागजात के ही सीडीपीओ द्वारा गैस सिलिंडर, गैस चूल्हा, पाईप, रेगलेटर सेविकाओें के घर पहुंचा दिया गया। चूल्हा, रेगुलेटर एवं पाइप को देखते ही जिन-जिन सेविकाओं के पास ये उपकरण पहुंचे थे, सभी सहम गए। सभी घटिया क्वालिटी के थे। इसको लेकर सभी सेविका आंदोलन पर उतर आयीं। ठीक इसी तरह अब इन्हें बच्चों के माप की मशीन उपलब्ध कराई गई है। इस मशीन को देखते ही सेविकाएं नाक-भौं सिकोडने लगीं। उन्होंने कहा कि इस मशीन के कारनामे देखना है तो अभी ही इस्तेमाल करने से पहले देख लें। मशीन के डब्बे एवं मशीन पर गोल्डटेक लिखा हुआ था। वास्तव में जब मशीन को डब्बे से बाहर निकाला गया, तब उस मषीन के कारनामे देखने को मिले। सबसे पहले तो इस मशीन में तीन बैट्री की जगह थी, परंतु एक ही बैट्री लगी हुई थी।
जब इसे ऑन किया गया, तब यह बिना मापे ही 2.1 वजन बता दिया। सभी लोग अचंभित थे। बैट्री के संबंध में पूछने पर सेविकाओं ने बताया कि उन्हें ही लगाना पडता है। समझा जा सकता है कि सेविकाओं को विभाग कितना दर्द देता है। इस संबंध में सेविका संघ अध्यक्ष अनिता देवी ने कहा कि आइसीडीएस बस सेविकाओं को दर्द ही देता रहा है। इसके लिए हमेशा आंदोलन चलता रहता है, परंतु कोई सुननेवाला नहीं है। देखें इनके दर्द को कौन सुनता है तथा दूर करता है। इधर इस संबंध में सीडीपीओ पुष्पा रानी के मोबाइल नंबर 7903665451 पर घंटी बजती रही, परंतु रिसीव नहीं किया गया।
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