पूर्णिया, विमल कुमार: PURNIA NEWS वक्फ संशोधन विधेयक भारत के संविधान और धर्मनिरपेक्ष परंपराओं के खिलाफ है। इसके अलावा भारत के मुसलमान इस बिल को शरिया कानून में दखल मान रहे हैं। जिसे हम किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे। यह बयान मजलिस इत्तेहाद अल-मुस्लिमीन के प्रदेश अध्यक्ष और बिहार विधानसभा सदस्य अख्तरुल ईमान ने वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर प्रेस को दिया। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद मुस्लिम दुश्मनों का मनोबल बढ़ गया है और वे आए दिन कोई न कोई उत्पात मचाते रहते हैं। कभी लव जिहाद, कभी कोरोना जिहाद, कभी मदरसों पर हमले, कभी मस्जिदों पर दावा, कभी तीन तलाक, कभी एनआरसी, कभी समान नागरिक संहिता, कभी हिजाब विरोध, कभी पैगंबर का अपमान, कभी वंदे मातरम, कभी अज़ान जैसे, कभी एक मुस्लिम की घुसपैठ, कभी चार शादियाँ, कभी अधिक बच्चे भारतीय मुसलमानों की नियति बन गए हैं। और देखा जा रहा है कि उनका मनोबल दिन-ब-दिन बुलंद होता जा रहा है।
विधायक अख्तरुल ईमान ने कहा कि ये वक्फ संशोधन बिल सरकार की साजिश का बड़ा हिस्सा है। और मुसलमानों के पूर्ण शत्रु होने के साथ-साथ वे इस कानून की सहायता से हमारी महान विरासत को, जो हमें हमारे पूर्वजों ने हमारी धार्मिक शिक्षा और आर्थिक सुधार और विकास के लिए दी थी, छीन लेना चाहते हैं। ताकि हम इस देश में मजबूर और जरूरतमंद बने रहें। अख्तरुल ईमान ने कहा कि सरकार कभी भी मुसलमानों के आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक और राजनीतिक सुधार की बात नहीं करती। बल्कि उन्हें अकर्मण्य पापों के आरोप में फंसा कर जेल में सड़वा देती है। छोटी-छोटी गलतियों पर गरीब और बेसहारा मुसलमानों के घर पर बुलडोजर चला दिया जाता है। सरकार मुसलमानों को हर तरह से भ्रमित रखना चाहती है ताकि वे अपने बेहतर भविष्य के बारे में न तो कुछ सोच सकें और न ही कुछ कर सकें। वे देश में रहें लेकिन कमजोर और मजबूर रहें। अब सरकार की मंशा मुसलमानों के पास जो कुछ भी है उसे छीनने की है।
उन्होंने ने अपने बयान में कहा कि इस संशोधन विधेयक में 44 संशोधन हैं। यह भली-भांति समझा जा सकता है कि सरकार इस बिल के जरिए वक्फ संपत्ति को किस कदर छीनने और बर्बाद करने की कोशिश कर रही है। पानी अब सिर से गुजरने वाला है। अब हमारे अस्तित्व और अस्तित्व के मिटने का प्रश्न खड़ा हो गया है। शुक्र है, हमारे राष्ट्रीय और राजनीतिक नेताओं ने तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे किसी भी कीमत पर अस्वीकार्य घोषित कर दिया। समय चेतावनी दे रहा है कि हम सभी राष्ट्रीय एवं राजनीतिक नेता एकजुट होकर मिल-बैठकर अपनी कार्ययोजना तैयार करें। अख्तरुल ईमान ने कहा कि जनता दल यू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह का संसद में बिल के समर्थन में दिया गया भाषण जाधव का असली चेहरा और इरादे सामने लाता है। हमें अपने दोस्त और दुश्मन को पहचानना होगा और समय आने पर उन्हें सबक सिखाना ही एक जीवित राष्ट्र की पहचान है।