पूर्णिया: Purnia Tanishq Showroom Robbery पूर्णिया पुलिस ने खुलासा किया है की हम लोग जल्द ही लुटेरों के पास पहुंच जाएंगे। एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया की जांच के लिए स्पेशल टास्क फोर्स अलग-अलग टीमों में काम कर रही है। अब तक मिले सूत्रों के अनुसार लुटेरे पुलिस को चकमा देने के लिए ऐसे रास्ते को भागने के लिए प्रयोग किया जिसमें सीसीटीवी की कमी हो। पुलिस ने पूर्णिया के बेलौरी में एक सुनसान स्थान सपनी के पास एक चप्पल एक जूता और डब्बा तथा जले हुए कपड़े बरामद किया है। उनके अनुसार लुटेरों ने यहां पर अपने पुराने कपड़े को जला दिया है। यह लोग लूट की घटना को अंजाम देने के बाद वहां से पंचमुखी मंदिर फिर रामबाग होते हुए कप्तान पुल उसके बाद बेलौरी होते हुए भागे हैं। सूचना अनुसार इन लोगों ने पहले कई दिनों से रेकी की है उसके बाद इस लूट की घटना को अंजाम दिया है। इन लोगों ने भागने का सेफ रास्ता सोनौली होते हुए मनिहारी के हसनगंज फिर बंगाल के मालदा को चुना।
पुलिस के अनुसार विशेष जानकारी जुटाना के बाद दो लोगों को डिटेन किया गया है और उनसे लगातार पूछताछ जारी है। इन लोगों पर लाइनर की भूमिका निभाने की शंका है। 26 जुलाई को हुए इस बड़ी लुट की घटना के बाद 27 जुलाई रात्रि तक हुए लूट के सामानों के मिलान के बाद तनिष्क शोरूम की ओर से बताया गया है कि लगभग 3 करोड़ 70 लाख का सामान लुटा गया है जिसमें डायमंड और सोने के जेवर हैं। लूट और बड़ी हो सकती थी परंतु एक महिला स्टाफ द्वारा जान की बाजी लगाकर चुपचाप शोरूम के अलार्म बटन को दबा दिया और बाहर सायरन बजने लगा इसके बाद अपराधी घबरा गए और जल्द ही समान को झोले में भर कर भागने लगे। इस दौरान उनका एक पिस्टल सड़क पर गिरा जिसे एक टोटो चालक लेकर भागा और एक मैगजीन जिसमें गोली भरे हुए थे शो रुम के अंदर गिर गया। एक अपराधी का हाथ लहूलुहान हो गया था क्योंकि उसने पिस्टल के बट से जेवर के काउंटर के शीशे को तोड़ा था, जिसमें उसके हाथ कट गए थे और फर्श और चप्पल पर खून गिर गया था। वही चप्पल तथा जूते पुलिस को एक सुनसान जगह पर मिली है। सूचना अनुसार भागते-भागते अपराधियों ने एक महिला स्टाफ का मोबाइल भी छीन लिया।

एसटीएफ के एडीजी भी सर्किट हाउस में रुके हुए हैं और मॉनिटरिंग कर रहे हैं। डीआईजी विकास कुमार और एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा पहली नजर रखते हुए दिशा निर्देश दे रहे हैं। एफएसीएल की टीम लगातार तकनीक विशेषज्ञ के साथ इस पर काम कर रहे हैं। पुलिस एसटीएफ एवं स्पेशल इन्वेस्टिगेशन एसटीएफ की टीम बनाई गई है जो लगातार इस पर काम कर रहे हैं। किशनगंज, कटिहार और अररिया पुलिस को भी पूर्ण रूप से हाई अलर्ट रहते हुए जांच का जिम्मा दिया गया है।
