पूर्णिया: पूर्णिया यूनिवर्सिटी में आज पहला ऐतिहासिक दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर 200 से अधिक छात्र-छात्राओं को डिग्री और मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया। बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर ने इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और विद्यार्थियों को सम्मानित किया। लगभग 87 छात्र-छात्राओं को राज्यपाल ने स्वयं डिग्री प्रदान की, जबकि शेष छात्रों को पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति राजनाथ यादव ने सम्मानित किया। समारोह के दौरान राज्यपाल के स्वागत में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। छात्राओं ने “शुभम करोति कल्याणम” और “पूर्ण अरण्य की धरती पर ज्ञान का दीप जलाएंगे” गीतों से सभी का मन मोह लिया। कुलपति राजनाथ यादव ने अपने स्वागत भाषण में इस अवसर की महत्ता पर प्रकाश डाला और मुख्यमंत्री की प्रशंसा की।
अतिथियों में गुजरात गांधीनगर विश्वविद्यालय के कुलपति रामशंकर दूबे, मेघालय विश्वविद्यालय के कुलपति यदि शर्मा और सिक्किम सरकार के सलाहकार ज्ञान प्रसाद उपाध्याय शामिल थे। गुजरात के कुलपति ने छात्रों को पूर्णिया की धरती और यहां के महान व्यक्तित्वों के बारे में बताया। अपने संबोधन में राज्यपाल राजेंद्र लेकर ने कहा कि यह पहला दीक्षांत समारोह है जिसका वे और हम सभी साक्षी बने हैं। उन्होंने छात्रों को विनम्रता, अनुशासन और देशभक्ति का संदेश दिया। समारोह में शोधकर्ताओं और टॉपरों को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।