सहरसा, अजय कुमार: SAHARSA LATEST NEWS जिले के महिषी प्रखंड अंतर्गत कंदाहा सूर्य मंदिर में रविवार को सुर्य नमस्कार कार्यक्रम आयोजित किया गया। लक्ष्मीनाथ योगपीठ “साधना स्थल खजुरी” योगाचार्य प्रभाकर अपने सहयोगी तथा मंदिर में आए हुए भक्तजनों के साथ मिलकर योगाभ्यास किये। योगाचार्य ने कहा समस्त संसार को तेज, ओज ऊर्जा प्रदान करने वाले भगवान भास्कर हैं, जिनका शिष्यत्व धारण कर हनुमान बने महावीर। सच्चे मन से जो कोई भी साधक भगवान भास्कर का अराधना करेंगे नियमित सूर्योदय से पूर्व शौचादि से निवृत होकर स्नान पूजा करने के बाद सुर्य नमस्कार विधिवत एक सप्ताह करले स्वस्थ सुडौल शरीर कान्तीमय काया प्राप्त होगा फिर उस शरीर के सारे रोग बिमारी निःसंदेह दूर होता है हमें पूर्ण विश्वास है। लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जायेगा अराधना सच्चे मन से करना चाहिए। सूर्य नमस्कार में 12 आसन होते हैं उसको दोहरा लेने से उसका पूर्ण आवृत्ति करने से एक चक्र हो जाता है।
शास्त्रों का मानना है एक चक्र सूर्य नमस्कार करने से एक बार गंगा स्नान करने का फल प्राप्ति होता है एक चक्र सूर्य नमस्कार करने से एक गाय दान देने के बराबर फल प्राप्ति होता है एक चक्र सूर्य नमस्कार करने मात्र से संपूर्ण 84 लाख आसनों का लाभ मिलता है। 39वें राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले नन्हे योगी जयभद्र एवं सुभद्र का सूर्य-नमस्कार देख सभी भक्तजन आनंदित हुए। सभी को साथ में अभ्यास करने का सुनहरा अवसर भी मिला। सूर्य नमस्कार सभी के लिए लाभकारी है। खासकर पढ़ने वाले छात्र-छात्रा दौड़ धूप करने वाले जवान के लिए अत्यधिक लाभकारी एवं गुणकारी है। सूर्य नमस्कार अपने आप में संपूर्ण विज्ञान है। दूर-दूर से आए भक्तजन कार्यक्रम में शामिल हुए पुजारी बाबा गिरजानंद झा, बाबुकांत झा सत्यम बाबा एवं अजीत झा,महिषी से मानिक चंद्र झा, बनगांव से रमन झा, खां जी चिकित्सक, सियाल से रिया कुमारी नवादा से आशा देवी 12 से प्रियंका देवी माना दीदी सिहौल से अभिलाष वर्मा, ज्ञानवर्धन वर्मा, सोना कुमार भगत, सहरसा से शौर्य सिंह, हीरालाल भगत, अंश कुमार वर्मा, सीमा कुमारी, राजरानी कुमारी, जयभद्र सुभद्र के केंद्रीय विद्यालय के साथी हंसराज सहित काफी संख्या में भक्त श्रद्धालु गण भाग लिए।
Tiny URL for this post: