सहरसा, अजय कुमार: SAHARSA NEWS लक्ष्मीनाथ सेवा मिशन परिवार द्वारा सरबा सद्भावना यात्रा में सराहनीय योगदान देने एवं लक्ष्मीनाथ गोसाई पर पुस्तक लेखन एवं पीजी सेंटर सहरसा से सेवानिवृत्ति प्राध्यापक डॉक्टर कुलानंद झा को लक्ष्मीनाथ गोसाई सद्भावना दूत सम्मान से सम्मानित किया गया। मिशन अध्यक्ष धनंजय कुमार झा ने बताया कि डॉक्टर कुलानंद झा मिथिला मैथिली के संवर्धन एवं संरक्षण हेतु तत्पर हैं। वही मैथिली साहित्य लेखन एवं सामाजिक कार्यों में अभिरुचि के साथ-साथ राजनीति के क्षेत्र में भी उनका अमूल योगदान रहा है। ज्ञात हो कि डॉक्टर कुलानंद झा सुपौल जिला कर्णपुर गांव के निवासी हैं। जो पीजी सेंटर में मैथिली विभागाध्यक्ष के रूप में सेवानिवृत हुए हैं।
उनके द्वारा अब तक नेपालक मैथिली नाच परंपरा, मैथिली साहित्य विमर्श, मैथिली निबंध कुंज सहित विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में अनेक रचनाएं अब तक प्रकाशित हो चुकी है। वर्तमान में गौतम नगर गंगजला में रहकर साहित्य लेखन में तल्लीन हैं।साथ ही साहित्य अकादमी नई दिल्ली के मैथिली परामर्शदात्री समिति के पूर्व सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने बताया कि मैंने सामाजिक शैक्षणिक एवं राजनीति के माध्यम से पीड़ित मानवता की सेवा में सदैव तत्पर हूं और रहूंगा। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा कई लिखित पुस्तक अब तक प्रकाशनाधीन है जिसे अब पूरा करने का निश्चय किया हूं। साथ ही साहित्य लेखन की परंपरा को आगे भी जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि मैथिली भाषा साहित्य एवं कविश्वर चंदा झा, मैथिली कथा, मैथिली उपन्यास, मैथिली कविता के साथ-साथ साहित्य अकादमी से पुरस्कृत मैथिली नाटक कृति पसिझैत पाथर आदि प्रमुख रचना मैथिली समाज समालोचना साहित्य भंडार में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि मैथिली भाषा संवैधानिक भाषा होने के कारण संविधान का मैथिली अनुवाद काफी सुखद है। वही राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार मातृभाषा के संरक्षण के लिए प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई प्रारंभ किया जा रहा है। वही कला वाणिज्य एवं विज्ञान पुस्तकों का मैथिली भाषा मे अनुवाद किया जा रहा है।