सहरसा, अजय कुमार: SAHARSA NEWS सहरसा विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ आलोक रंजन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर विधानसभा में अधूरे पड़े कार्यों एवं समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए पत्र सौंपा। विधायक आलोक रंजन ने बताया कि सहरसा का समग्र विकास उनकी प्राथमिकता है। इसी सम्बंध में उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र सौंपा है और उन्हें पूर्ण विश्वास है कि बिहार सरकार इन सभी समस्याओं पर ध्यान देते हुए मांगों को स्वीकृति देगी।जिन समस्याओं को पत्र में उल्लेखित किया गया है। उसमें ट्रैफिक की समस्या शामिल है जिसके निदान के लिए सहरसा बंगाली बाजार ढाला पर आरओबी निर्माण हेतु आग्रह किया गया है। सहरसा बाजार में प्रतिदिन लोगों को घंटों जाम से परेशान होना पड़ रहा है। सहरसा बंगाली बाजार आरओबी निर्माण से इस परेशानी से छुटकारा मिलेगा।कैबिनेट से इसके लिए राशि स्वीकृत हो चुकी है लेकिन कुछ अड़चनों के कारण इसपर कोई काम नहीं हो रहा है इसलिए विधायक आलोक रंजन ने मौखिक रूप से भी इसपर मुख्यमंत्री से चर्चा की।
जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द इस समस्या को हल करके ओवरब्रिज निर्माण कार्य शुरू करवाया जाएगा।सहरसा विधानसभा क्षेत्र में सड़कों के निर्माण के लिए MR-3054 योजना के तहत 58 पथों के निर्माण के लिए आग्रह किया गया है। ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल सहरसा के अधीन छूटे हुए बसावटों को जोड़ने वाली 54 सड़कों एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना के तहत सहरसा के 11 मार्गों के निर्माण के लिए भी अनुरोध किया गया है। इन सभी सड़कों के निर्माण से सहरसा के निवासियों को आवागमन में सुविधा होगी।आवागमन की दृष्टि से ही सहरसा के ग्रामीण क्षेत्रों के रहवासियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए दुबही नदी, रामनगरा नदी, मुरली भरना नदी सहित 10 पुलों के निर्माण के लिए स्वीकृति मांगी गई है।बारिश के दिनों में होने वाली जलजमाव की समस्या को प्रस्तुत करते हुए जल निकासी को लेकर नाला निर्माण एवं सहरसा स्टार्म वाटर ड्रेनेज की व्यवस्था के लिए भी अनुरोध किया गया है। खिलाड़ियों की समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए सहरसा जिला स्टेडियम में सुविधाओं के अभाव को इंगित करते हुए 4×400 मीटर के एथलेटिक्स सिंथेटिक ट्रैक की स्थापना का प्रस्ताव रखा गया है।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को प्राथमिकता से रखते हुए सहरसा में शीघ्र-अतिशीघ्र मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य को प्रारंभ करने की दरख्वास्त की है ताकि सहरसा के लोगों को समय-बेसमय उपचार के लिए बाहर न जाना पड़े।सहरसा का कला के क्षेत्र में योगदान का स्मरण करवाते हुए सहरसा में पंचगछिया घराने में खवास के रूप में काम करने वाले मिथिला विभूति मांगन महतो जी के नाम से कला विश्वविद्यालय की स्थापना करने की बात को भी प्रमुखता से रखा गया है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना से न सिर्फ सहरसा के कला प्रेमियों को सुविधा मिलेगी बल्कि राज्यभर के कला विद्यार्थी यहां से शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। जिले के सत्तरकटैया प्रखंड अंतर्गत औकाही से मुरली बसंतपुर-महिडगरा घाट-बनगांव-चैनपुर होते हुए कोपड़िया तक निर्मित वाटर चैनल की उड़ाही करवाने के विषय को भी प्रस्तुत किया गया है क्योंकि वर्तमान में चैनल में गाद भर चुकी है जिससे कि पानी का निकास नहीं हो पा रहा है, परिणामस्वरूप किसानों की खेती और जमीन इससे खराब हो रही है।मुख्यमंत्री ने सभी विषयों को गंभीरता से लेते हुए निदान कराने हेतु आश्वस्त किया है।
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