सहरसा, अजय कुमार: पीजी सेन्टर में बुधवार को हिन्दी विभाग के तत्वावधान मे संगोष्ठी सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हिंदी विभाग के नवागंतुक असिस्टेंट प्रोफेसरों डॉ. जैनेन्द्र कुमार और डॉ. अणिमा का स्वागत किया गया। वही स्थानांतरित असिस्टेंट प्रोफेसरों डॉ. प्रफुल्ल कुमार एवं अंशु कुमारी को सम्मानित कर भावभीनी विदाई दी गयी। इस अवसर पर बदलते दौर में हिंदी’ विषय पर आयोजित गोष्ठी के मुख्य अतिथि बीएनएमयू के प्रॉक्टर डॉ. विश्वनाथ विवेका ने सहरसा पीजी सेंटर के शैक्षणिक माहौल की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि हिंदी का मेरे जीवन में इतना महत्व है कि मैं शिक्षक अंग्रेजी का हूं लेकिन कविता हिंदी में ही लिखता हूं। गोष्ठी के सम्मानित अतिथि एम.एल.टी कॉलेज के प्राचार्य प्रो.डॉ. पवन कुमार ने कहा कि दुष्यंत कुमार के शेर के सहारे हिंदी विभाग के लगातार सक्रिय रहने की कामना की।वही बीएनएमयू के सीसीडीसी और इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो.(डॉ.) इम्तियाज अंजुम ने कहा कि हिंदी को दूसरी भाषाओं से संबंध बनाए रखना होगा तब हिंदी ज्यादा समृद्ध होगी।
अध्यक्षीय संबोधन में हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने हिंदी विभाग को आगे ले जाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। संगोष्ठी को अर्थशास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ. अनिल कुमार और हिंदी विभाग की छात्रा तनु कुमारी ने भी संबोधित किया। मणि प्रिया ने स्वागत गीत से अतिथियों का स्वागत किया।इस अवसर पर इतिहास विभाग की प्राध्यापिका डॉ. अर्चना चौधरी, मैथिली विभाग के नरेंद्रनाथ झा, अरुण कुमार सिंह इत्यादि शिक्षकों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह ने किया। उपस्थित सत्र 2019-2021 के छात्र-छात्राओं में नरेश निराला, कुलदीप कुमार,मौसम कुमार, खुशबू कुमारी,अमितेश गौरव, जूही सिंह सत्र 2020 2022 के शिवेश कुमार पंकज कुमार अन्य सेमेस्टर के छात्र की भारी संख्या में उपस्थित रहे।