सहरसा, अजय कुमार: साहित्यकार कवि प्रोफेसर अरविन्द कुमार मिश्र ‘नीरज’ के महाविद्यालय सेवा से सेवानिवृत्ति एवं जन्मदिवस के अवसर पर मानसनगर स्थित उनके आवास पर आचार्य राम चैतन्य धीरज की अध्यक्षता में साहित्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उनकी 108 कविताओं के प्रकाशित आत्मकथा संग्रह ‘जीवन हमर किताब’ का भी विमोचन किया गया। प्रसिद्ध आलोचक डॉ कमल मोहन झा ‘चुन्नू’, चंद्रशेखर झा, आलोक कुमार झा, कुमार विक्रमादित्य, मुख्तार आलम, राजेश रंजन, दिलीप कुमार झा ‘दर्दी’, शांतिलक्ष्मी चौधरी,श्यामानंद झा , मंगलम आईएएस क्लासेज के निदेशक वेद प्रकाश भारतीय , ख्यात कलाकार श्वेता शांभवी और मिथिलाक्षर के प्रशिक्षक विजय कुमार झा , शशि सरोजिनी रागमंच सेवा संस्थान के कलाकार कुंदन कुमार वर्मा, समाजसेवी सत्यम मैथिल शर्मा, कवि नीरज के रिश्तेदार और कई मित्र भी मौजूद थे। अध्यक्ष महोदय की अनुमति से समस्त कार्यक्रम का संचालन सामाजिक विज्ञान विषय के अक्षय कुमार चौधरी ने किया। सभी ने कवि के स्वस्थ, समृद्ध, दीर्घ और रचनात्मक जीवन की कामना की। सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि सहरसा में निरन्तर व्यक्तिगत लेखक पर केन्द्रित मासिक गोष्ठी आयोजित की जाय।