सहरसा, अजय कुमार: : श्रीनारायण सेवा संस्थान द्वारा संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर शनिवार को वृंदावन धाम से पधारे पूज्य श्री रामानयन जी महाराज ने सारगर्भित प्रवचन देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होने कहा कि श्रीमद्भागवत में अठारह हजार श्लोक, बारह स्कंध एवं 335 अध्याय की सभी अक्षर भगवान श्री कृष्ण के स्वरूप हैं और जिसे कल्पवृक्ष माना जाता है। जिसमें भगवान विष्णु की उत्पत्ति पालन और संहार करने वाले हैं।भगवान ही सर्वशक्तिमान हैं तथा प्रकाश स्वरूप हैं। जिन्होंने संकल्प मात्र से ब्रह्मा जी को वेद का उपदेश दिया था। एक समय नैमिषारण्य में शौनकादि ऋषि भगवान की प्राप्ति के लिए सहस्त्र वर्षों में पूर्ण होने वाले यज्ञ का अनुष्ठान कर रहे थे। यह भी बताएं कि योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण जब अपने धाम को चले गए तब निराश होकर धर्म किसकी शरण में गए। इस प्रकार से विभिन्न संवाद का वहां पर प्रारंभ हुआ। डॉक्टर नवनीत ने कहा जिस घर में माता-पिता का सम्मान नहीं होता वह घर शमशान के समान हो जाता है।एवं उन्हें भागवत श्रवण और कराने से कोई भी समुचित फल प्राप्त नहीं होता।
इसलिए समाज में रहकर के अपने बूढ़े बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए।वहीं तबला वादक मोहित शुक्ला, कानपुर वाले हरमुनियम वादक अनुज पाण्डेय, लखनऊ वाले वाइलेंन ललित गन्धर्व, भोपाल वाले कीबोर्ड ओरगेन वादक निशांत कल्याणकर, भिंड मध्यप्रदेश वाले ओकटापेड वादक विशाल राव, भोपाल वाले के भजन पर श्रद्धालु खूब झूमें।वहीं संस्थान के सदस्य सागर कुमार नन्हे ने बताया की श्रद्धालुओं के लिए महिला एवं पुरुष दीर्घा अलग अलग बनाया गया है। श्रद्धालू के लिए जगह जगह पानी का स्टॉल लगा हुआ है।इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए श्री नारायण सेवा संस्थान के सक्रिय सदस्य सोनू तोमर,दीपक सिंह, सुनील झा,प्रशांत कुमार राजू,पकंज गुप्ता, अमरज्योति जायसवाल,आशीष रंजन,विनीत कुमार,समीर कुमार मिठू,सत्यनारायण भगत, उमेश गुप्ता,आशीष रंजन,ऋषभ झा,रामेश्वर साह, आशुतोष आनंद,अंकित सिंह, गौरव सिंह, समीर कुमार मिठू, राज सिंह चम्पू, रोहन सिन्हा,शिवम वर्मा,मोनू महाकाल,लक्की यादव,प्रिंस सिंह,रवि सिंह,अभिषेक गुप्ता,टिंकू सिंह, ईशान सिंह, विनय जी, ऋषव, संगम सिंह, मनीष विश्वास, अमन सुज्जू,शिवम तिवारी, सोनू सिंह विवेक झा,सत्यम सिंह,गौतम भगत, कन्हैया सिंह आदि सक्रिय रहे।