पूर्णियारूपौली/अभय कुमार सिंह : 28 मई की रात टीकापटी थानाक्षेत्र में हुई बाइक लूटकांड का सफल उदभेदन टीकापटी थाना पुलिस ने टेक्निकल सेल की मदद से कर लिया है तथा लूटी हुई बाइक सहित इस घटना में संलिप्त तीनों अपराधियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है ।
यह बता दें कि 28 मई की रात नई नंदगोला गांव स्थित अपने रिश्तेदार के यहां से आलमनगर निवासी मंगल कुमार जब अपने स्पेलेंडर बाइक से अपने घर जा रहा था, तभी उसकी बाइक एवं मोबाइल तीन बाइक सवार अपराधियों ने कांपघाट एवं महर्षिनगर डोभा सड़क पर छिन लिया था । उसी समय से थानाध्यक्ष अमित कुमार अपराधियों की पकड़-धकड़ में लगे हुए थे । उन्होंने टेक्निकल सेल की मदद से इस कांड का सफल उदभेदन कर लिया है ।
उन्होंने बताया कि पुलिस को सुराग मिला था कि श्रीमाता गांव के कुछ युवक इस घटना में शामिल हो सकते हैं । उन्होंने तत्काल गांव के तीन वांछित युवकों मोनु कुमार, अजीत कुमार एवं भीम कुमार को हिरासत में लिया तथा पूछताछ की तो तीनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया तथा बाइक जहां छुपाया था, वहां से उसे बरामद किया गया । साथ ही अपराध में शामिल अपाचे बाइक बीआर 11 एपी 5271 को भी जप्त कर लिया है । इस सफल उदभेदन के लिए क्षेत्र के लोगों ने पुलिस को धन्यवाद दिया है ।
रूपौली – कांड का सरगना पूर्व में हत्या में आरोपित था-
कांड का सरगना मोनु कुमार पिता खगेश मंडल अपने ही परिवार के एक युवक सह किसान की हत्या में आरोपित था, जो कुछ माह पहले ही रिमांड होम से छूटकर आया था, तब वह नाबालिग था । रिमांड होम से छूटने के बाद वह अपराध में और सक्रिय हो गया था तथा वह गांव के युवकों के साथ अपना एक गिरोह बना लिया है ।
उन्हीं के सहारे वह अब घटना का अंजाम देने लगा था । कुछ इसी का परिणाम था कि उसने बाइक एवं मोबाइल लूट की घटना को अंजाम दिया था । यह बता दें कि गांव के ही किसान सह रिश्तेदार राजेश की हत्या गला रेतकर 5 मार्च 2022 को तब कर दी गई थी, जब वह गांव के बहियार स्थित अपने खेत में पानी पटा रहा था । तब पुलिस ने उसे मौके पर गिरफ्तार कर नाबालिग होने के कारण रिमांड होम भेज दिया था । हिरासत में लिये जाने के बाद आरोपित ने पुलिस को कई राज खोले थे । उसके आधार पर पुलिस इस हत्याकांड के खुलासे की ओर बढी थी ।
इस मामले में मोनु समेत तीन अज्ञात पर मृतक किसान राजेश मंडल की पत्नी रिंकू देवी द्वारा प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी । इस घटना में उसे जमानत मिली थी तथा वह लगभग चार माह पहले ही रिमांड होम से छूटकर आया था । बताया जाता है कि उसकी गतिविधि में कोई सुधार नहीं हुआ था तथा वह फिर से पिछली जिंदगी में लौट गया था । उसके द्वारा क्षेत्र में लगातार अपराध की घटनाएं की जा रही थी, कुछ तो पुलिस तक पहुंच रही थी, कुछ डर से नहीं पहुंच पा रही थी । इससे गांव के लोग भय के वातावरण में जीने लगे थे अब उसकी गिरफ्तारी से एकबार फिर से लोगों ने चैन की सांस ली है ।