पूर्णिया/रूपौली/अभय कुमार सिंह : टीकापटी थाना क्षेत्र के कोशकीपुर गांव के एक मछुआरे का शव आज 16 दिन बीत जाने के बाद भी नहीं मिल पाया है, जिससे उसके स्वजन आज भी शोक में दूबे हुए हैं तथा उसके शव मिलने की आशा में हैं, ताकि उनका विधि-विधान से अंतिम-संस्कार कर सकें ।
यह बता दें कि कोशकीपुर गांव के लगभग एक दर्जन मछुआरे प्रतिदिन की तरह 27 मई को कुरसेला पुल के पास कोशी नदी में मछली मारने गए थे । एक नाव पर लगभग एक दर्जन मछुआरा सवार होकर महाजाल में फंसी मछलियों को जाल सहित नाव के सहारे खींचकर किनारे जा रहे थे । अचानक पूर्ववईया हवा के झोंके से नाव पलट गई तथा मछुआरा डूबने लगे।
नाव के डूबते हुए किनारे पर आराम कर रहे दर्जनों मछुआरों ने देख लिया तथा वे अपनी.अपनी नाव लेकर उन्हें बचाने दौड़ पड़े । उनमें से सभी को बचा लिया गया, परंतु एक मछुआरा लालचंद सिंह पिता युगल सिंह उम्र लगभग 65 वर्ष का कहीं पता नहीं चल पाया । नाव जब डूबी थी, तब उनके हाथ में एक डब्बा था, उसी के सहारे वे बचने का प्रयास कर रहे थे, परंतु पानी का बहाव तेज रहने के कारण वे पानी में डूब गए थे । उनका अभी तक पता नहीं चल पाया है ।
मौके पर पूर्व विधायक शंकर सिंह, मुखिया पवित्री देवी, वार्ड सदस्य राजेश सिंह उर्फ राजू सिंह आदि ने सरकार से पीड़ित परिवार को पांच लाख रूपये आपदा के तहत तथा श्रमविभाग से मुआवजा देने की मांग की है ।