डेटा की शुद्धता अतिआवश्यक, डेली कराएं मॉनिटरिंग
पूर्णिया: जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि बिहार जाति आधारित गणना अंतर्गत द्वितीय चरण का कार्य अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। इस कार्य को भी समयबद्ध तरीके से सफलतापूर्वक किया जाना है।इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही बरतने वालें संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई निश्चित है। जिलाधिकारी समाहरणालय सभाकक्ष में आज आयोजित समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी चार्ज पदाधिकारी व्यक्तिगत रुचि एवं जिम्मेवारी लेते हुए समयबद्ध तरीके से त्रुटि रहित गुणवत्तापूर्ण द्वितीय चरण अंतर्गत गणना कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न कराएं। उन्होंने कहा कि हाउस होल्ड वाइज, पॉपुलेशन वाइज डेटा का एनालिसिस करें तथा किये जा रहे कार्यों की डेली मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण अंतर्गत प्रशिक्षण से लेकर सभी कार्य ससमय पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाय। पर्यवेक्षकों एवं प्रगणकों को अच्छे तरीके से प्रशिक्षित कराया जाय ताकि फिल्ड में किसी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पडें। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि डेटा की शुद्धता अतिआवश्यक है। छोटी सी भी चूक नहीं होने पाए, इसका विशेष ध्यान रखा जाय। विभागीय दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन करते हुए सभी कार्य सुनिश्चित करायी जाय। गणना कार्य का डेली रिर्पोटिंग, डेटा इन्ट्री बैकअप टीम का गठन,कंट्रोल एवं मॉनिटरिंग की व्यवस्था,प्रखंड स्तर पर हेल्प डेस्क की स्थापना की जाय। उन्होंने कहा कि गणना कार्य का फीडबैक लेते रहें तथा आ रही समस्याओं का त्वरित गति से निराकरण कराएं। जिला से लेकर पंचायत स्तर के अधिकारियों एवं कर्मियों का चार्ज पदाधिकारी, पर्यवेक्षक एवं प्रगणक स्तर तक का अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाय। इससे विभिन्न सूचनाओं के आदान-प्रदान तथा आ रही समस्याओं का त्वरित गति से निराकरण किया जा सकेगा।
अपर समाहर्ता केडी प्रौज्ज्वल द्वारा बताया गया कि गणना कार्य के द्वितीय चरण में प्रत्येक परिवार/व्यक्ति के व्यक्तिगत, सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक आंकड़े प्रपत्र और मोबाइल ऐप दोनों के माध्यम से एकत्रित किया जाना है। गणना प्रपत्र में परिवार से आंकड़े लेकर उस परिवार के प्रधान का हस्ताक्षर प्राप्त करने के उपरांत सभी आंकड़े मोबाईल एप में प्रविष्ट किये जायेंगे। मोबाईल ऐप से यह आंकड़ा स्टेट डाटा सेंटर के सर्वर पर एकत्रित होगा, जो बिहार जाति आधारित गणना पोर्टल पर देखा जा सकेगा। प्राप्त आंकड़े का प्रसंस्करण और प्रतिवेदन,ग्राफ एवं विवरणी आदि का निर्माण भी इसी पोर्टल से होगा। गणना प्रपत्र और मोबाईल ऐप पर प्रत्येक परिवार के लिए एक ही क्रमांक होंगे। गणना के बाद सभी प्रपत्र को स्कैन कर मोबाईल के आंकड़े से टैग कर सॉफ्ट कॉपी में रख लिया जायेगा।इस अवसर पर उप विकास आयुक्त श्रीमती साहिला,नगर आयुक्त नगर निगम पूर्णिया आरीफ अहसन, अपर समाहर्ता जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पदाधिकारी तथा संबंधित प्रखंड के वरीय पदाधिकारी, चार्ज पदाधिकारी एवं संबंधित पदाधिकारिगण उपस्थित थे।