पूर्णिया: पूर्णियाँ के प्रसिद्ध मां कामाख्या स्थान में तीसरे दिन भव्य महाआरती और पूजन के साथ राजकीय महोत्सव का समापन हो रहा है। 10मार्च को तीन दिवसीय कामाख्या महोत्सव की शुरुआत की गई थी। कार्यक्रम का उद्घाटन खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह ने किया था। इस मौके पर हजारों महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। इसके बाद तीन दिनों तक यज्ञ का आयोजन किया गया। प्रथम दिन शाम में मैथिली गायिका जुली झा का कार्यक्रम और 11 मार्च को पार्श्व गायिका अनुराधा पौडवाल का कार्यक्रम हुआ। इस मौके पर खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि पिछले साल से ही राजकीय समारोह के रूप में कामाख्या महोत्सव मनाने की शुरुआत की गई है। इस साल भी तीन दिवसीय विशेष कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि मां कामाख्या की प्रसिद्धि काफी दूर-दूर तक है। लाखों भक्त यहां पूजा अर्चना के लिए आते हैं। इस देवस्थल को पर्यटन स्थल भी घोषित किया गया है। आगे भी इसका और अधिक विकास किया जाएगा।

पूरे यज्ञ को संचालित करने वाले तिवारी बाबा जी महाराज ने कहा कि अब यह कामाख्या स्थल का नाम दूर-दूर तक फैल रहा है। यज्ञ में विद्वान पंडितों द्वारा हवन का कार्यक्रम मंत्रोच्चारण के साथ निरंतर किया गया। अध्यात्मिक प्रवचन के आयोजन मैं हजारों श्रद्धालु जूते और प्रवचन को सुना। पूर्णिया का यह कामाख्या स्थान काफी पुराना है तथा इस इलाके का या प्रसिद्ध कामाख्या माता का मंदिर है। इस मौके पर श्री राम सेवा संघ के संयोजक राणा प्रताप सिंह तथा श्री राम सेवा संघ के कई सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दे कर कार्यक्रम को संभालने में अपनी मजबूत उपस्थिति प्रदान की। कार्यक्रम की देखरेख आशीष कुमार बब्बू तथा उनके सहयोगियों द्वारा लगातार की गई, जिससे कार्यक्रम को सफलता मिली।

