सुपौल, सुनील कुमार : जिले से एक बार फिर बड़ी संख्या में कोरोना के भय से अपने घर वापस आये मजदूरों ने दूसरे प्रदेश के लिए पलायन शुरू कर दिया है। हर दिन जिले भर में पंजाब लुधियाना और दिल्ली जैसे दूसरे प्रदेशों से मजदूरों को ले जाने के लिए बस भेजे जा रहे हैं।
जिसमे बड़ी संख्या में मजदूर भर भर कर जा रहे हैं। मजदूरों का कहना है कि उन्हें यहां रोजगार नहीं मिल रहा, रोजी रोटी के लिए उन्हें रोजगार चाहिए। ऐसे में पलायन करना उनकी मजबूरी है। मालूम हो कि लॉक डाऊन के दौरान जब यही मजदूर दूसरे प्रदेशों में फसे हुए थे और जब वापस आने का कोई दूसरा रास्ता शेष नहीं था तो हजारों किलोमीटर की दूरी पैदल ही तय कर अपने घर लौटे थे ये।
वहीं सरकार द्वारा भी करोड़ों खर्च करके इन मजदूरों को घर लाया गया था। उस समय स्थिति को देखते हुए सरकार ने भी इन मजदूरों को यहां रोजगार देने की बात कही थी लेकिन एक दो माह बीता भी नहीं कि इनके समक्ष फिर बेरोजगारी सुरसा की तरह मुंह बाए खड़ी है। कोरोना का संक्रमण अभी खत्म भी नहीं हुआ और ये मजदूर एक बार फिर बढ़ते संक्रमण के बीच बिना कोई एहतियात बरते वापस पलायन को मजबूर हो गए हैं। यही कारण है कि हर दिन जिले भर से सैकड़ों मजदूर पलायन कर रहे हैं। कुछ मजदूरों ने बताया कि वे सभी त्रिवेणीगंज के रहने वाले हैं और धान की रोपनी के लिए हरियाणा जा रहे हैं।
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