सहरसा, अजय कुमार: भारती मण्डन शंकराचार्य वेद विज्ञान संस्थान चैनपुर के तत्वावधान में भागीरथ संस्कृत विद्यालय मे आयोजित कर्मकांड प्रशिक्षण शिविर के नौवें दिन रविवार को योग प्रशिक्षण से आरंभ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता आरा पट्टी महिषी निवासी डॉ.अमरनाथ झा वैदिक ने की। प्रथम सत्र में योग गुरु पंचानंद वजरंगी के द्वारा योग का प्रशिक्षण दिया गय। वही द्वितीय सत्र मे संध्या वन्दन, कृतमुख, पार्थिव शिवलिंग पूजन, आरती विसर्जन प्रशिक्षक पं.अरुण कुमार झा एवं पं.रामचन्द्र झा के द्वारा किया गया। जबकि तृतीय सत्र में रुद्र अष्टाध्यायी, भगवद्गीता, सप्तशती पाठ, सत्यनारायण कथावाचन प्रशिक्षक पं.विनोदानन्द झा,पं.अरुण कुमार झा, पं. राम चन्द्र झा एवं पं.शिवतोष झा के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। चतुर्थ सत्र में बौद्धिक विचार मंच की अध्यक्षता डा.प्रो.अमर नाथ झा आरापट्टी महिषी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मंचस्थ प्रधानाचार्य उमेश कुमार झा,प्रो.अरविन्द खां, पडरी,मनिकान्त झा महिषी मौजूद थे।इस मौके पर कर्म काण्ड प्रशिक्षण के संदर्भ पर उद्बोधन में डा.झा ने कहा कि लुप्तप्राय कर्मकांड को पुनर्जीवन प्रदान करने में एक शिविर या समक्ष नहीं हो सकता। इसके लिए किसी पुरुष सिंह की आवश्यकता है। जो चरैवेति -चरैवेति के अन्तरनिहित सिद्धांत को चरितार्थ कर सके। ये हो सकता है इस पुनर्जीवन में पीढ़ियां ही लग जाय। मंच संचालन पंकज कुमार झा कार्यक्रम निर्धारित समय सारिणी के आलोक में प्रो.प्रवीण कुमार झा के निर्देशन में संचालित हुआ। सभा में भगवान दत्त ठाकुर, संजय कुमार ठाकुर, कृष्णचंद्र मिश्र, विमल कान्त ठाकुर,योगेन्द्र नारायण ठाकुर, संजय जी सुभाषचन्द्र झा,जगरनाथ महतो सुनील कामत, ग्रामीण यजमान सुभाष चन्द्र ठाकुर व मंच संचालन पं के कुमार झा के द्वारा संपन्न हुआ।