पटना: CM Nitish Kumar एनडीए और बिहार की राजनीति में उठा पटक को देखते हुए लंबी खामोशी के बाद नीतीश कुमार ने 28 अक्टूबर को अपनी पार्टी के तमाम विधायकों, सांसदों और मंत्रियों की इमरजेंसी बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। हालांकि पत्रकारों को बताया जा रहा है कि संगठन की रूटिंग मीटिंग है।
लेकिन अगर नीतीश कुमार के गठबंधन को तोड़ने या किसी अन्य सियासी दल के साथ जुड़ने या अलग होने का पिछला इतिहास को देखा जाए तो उनका इसी प्रकार का अंदाज रहा है। नीतीश कुमार अपने करीबियों पर एजेंसियों के छापों से खफा चल रहे हैं। अगले 72 घंटे बिहार की सियासत के लिए बहुत ही निर्णायक साबित हो सकते हैं।