पटना: Chhath Puja 2024 पवित्र छठ पर्व की शुरुआत 5 नवंबर से ‘नहाय खाय’ के साथ होने जा रही है। इससे पहले राजधानी पटना के बाजारों में पारंपरिक ‘कोसी’ की खरीदारी के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। कोसी छठ पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे मनोकामना पूर्ति का प्रतीक माना जाता है। स्थानीय निवासी लक्ष्मी देवी बताती हैं कि कोसी का उपयोग विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं द्वारा किया जाता है, जिनकी मनोकामनाएं छठी मैया के आशीर्वाद से पूरी हुई हों।
यह मिट्टी से निर्मित चार पैरों वाली एक विशेष आकृति होती है, जिस पर दीपक जलाए जाते हैं। इस वर्ष बाजार में कोसी की कीमतें 400 से 600 रुपये तक हैं। साधारण कोसी 400 रुपये में मिल रही है, जबकि रंगीन और विशेष डिजाइन वाली कोसी 600 रुपये तक की है। व्यापारियों के अनुसार पिछले वर्ष की तुलना में इस बार मांग में काफी वृद्धि देखी गई है।
मान्यता है कि असाध्य रोग या अपूर्ण मनोकामनाओं के लिए कोसी भरने का संकल्प लिया जाता है। श्रद्धालु मानते हैं कि इससे न केवल मनोकामनाएं पूरी होती हैं, बल्कि जीवन के विभिन्न कष्टों से भी मुक्ति मिलती है। यही कारण है कि प्रतिवर्ष छठ पर्व पर कोसी भरकर छठी मैया का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है।