PURNIA NEWS : पूर्णिया विश्वविद्यालय का प्रशासनिक संकट गहराता जा रहा है। आउटसोर्सिंग स्टाफ के वेतन में की गई कटौती ने विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। पहले से ही न्यूनतम वेतन पर कार्यरत कर्मचारियों के लिए यह कटौती आर्थिक संकट का कारण बन गई है।स्थिति को और जटिल बनाते हुए कुलसचिव की लंबी अनुपस्थिति ने समस्या के समाधान में बाधा उत्पन्न कर दी है। प्रशासनिक शून्यता का खामियाजा न केवल कर्मचारियों को बल्कि छात्रों को भी भुगतना पड़ रहा है।
विशेष रूप से एडमिशन प्रक्रिया प्रभावित हुई है, जिससे नए छात्रों और अभिभावकों में असंतोष बढ़ रहा है। परिस्थितियों से आक्रोशित आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। इस बीच छात्रों और कर्मचारियों ने राज्य सरकार और उच्च शिक्षा विभाग से हस्तक्षेप की मांग की है।